कोरोना वैक्सीन: बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अभी नहीं लगेंगे टीके
नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को वैक्सीनेशन की गाइडलाइन भेजी है। इसमें कहा गया है कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अभी वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। जो महिलाएं बच्चे को अपना दूध पिला रहीं हैं उन्हें भी वैक्सीन लगाने से मना किया गया है। मंत्रालय ने कहा है कि वैक्सीन का पहला और दूसरा डोज दोनों ही एक ही कंपनी का लगाना है। मतलब अगर किसी को पहला डोज कोवीशील्ड वैक्सीन का दिया गया है तो दूसरा डोज भी कोवीशील्ड का ही दिया जाएगा। भूलकर भी कोवैक्सीन की डोज नहीं लगाई जाए।
वैक्सीन केवल 18 या उससे ऊपर की उम्र के लोगों को ही लगाई जाएगी। बता दें, अगर किसी को किसी दूसरी बीमारी की वैक्सीन भी लगनी है तो कोविड वैक्सीन और अन्य बीमारी की वैक्सीन में 14 दिन का अंतर होना चाहिए।अगर किसी में कोरोना के लक्षण हैं तो उसे ठीक होने के 4 से 8 हफ्ते बाद वैक्सीन लगाई जाएगी।कोरोना मरीज जिनको मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज या प्लाज्मा दिया गया है, उन्हें ठीक होने के 4 से 8 हफ्ते बाद वैक्सीन लगाई जाएगी।
देश में 2 वैक्सीन-ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली है। सरकार ने मंगलवार को संकेत दिए कि वैक्सीनेशन में शामिल लोगों को अभी अपनी मर्जी की वैक्सीन लगवाने का ऑप्शन नहीं मिलेगा। पहले फेज में एक करोड़ हेल्थकेयर वर्कर्स और 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके फ्री में लगाए जाएंगे। इनके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 50 साल से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इस तरह करीब 27 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा।