चौथी बार बिना मुख्य अतिथि के होगा गणतंत्र दिवस समारोह
नई दिल्ली। इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा। कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन के बतौर अतिथि आने में असमर्थता जताने के बाद सरकार ने यह फैसला लिया है। यह चौथा अवसर है, जब देश का गणतंत्र दिवस समारोह बिना मुख्य अतिथि के होगा। इससे पहले 1952, 1953 और 1966 में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए किसी को मुख्य अतिथि नहीं बनाया गया था। इसके अलावा तीन बार इस समारोह के दो-दो मुख्य अतिथि थे। जबकि दो वर्ष पूर्व 2018 में दस एशियाई देशों के शासनाध्यक्षों को समारोह का मुख्य अतिथि बनाया गया था।
साल 1956, 1968 और 1974 में समारोह के दो-दो मुख्य अतिथि थे। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को पीएम मोदी से फोन पर बात कर बतौर मुख्य अतिथि आने में असमर्थता जताई थी। इसके लिए उन्होंने ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन का हवाला दिया था। यात्रा रद्द करने के लिए खेद जताते हुए उन्होंने कहा कि स्थिति में सुधार होते ही वह भारत की यात्रा करेंगे।
गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार कोरोना प्रोटोकॉल और सादगी का सख्ती से पालन किया जाएगा। इस अवसर पर निकलने वाला परेड इस बार पहले की तुलना में आधी यात्रा ही करेगी। इसके अलावा इस बार सीमित संख्या में ही लोग परेड का आनंद ले पाएंगे।