PM मोदी ने किसान महासम्मेलन को किया संबोधित, कहा- ‘कृषि सुधार कानून रातों रात नहीं आए….’
भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को भोपाल के किसान महासम्मेलन को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए तीनों कृषि कानूनों का मजबूती से बचाव किया। उन्होंने कहा कि तेजी से बदलते दौर में किसान सुविधाओं के अभाव में असहाय होता जाए, ये स्थिति स्वीकार नहीं की जा सकती। पहले ही बहुत देर हो चुकी है, जो काम 25 से 30 साल पहले हो जाने चाहिए थे, वो अब हो रहे हैं। पिछले 6 साल में सरकार ने किसानों की एक एक जरूरत को ध्यान में रखते हुए काम किया है। उन्होंने कहा कि ये कृषि सुधार कानून रातों रात नहीं आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कानूनों को लेकर कहा, बीते कई दिनों से देश में किसानों के लिए जो नए कानून बने, उनकी बहुत चर्चा है।
ये कृषि सुधार कानून रातों रात नहीं आए पिछले 20-22 साल से हर सरकार ने इस पर व्यापक चर्चा की है। सभी संगठनों ने इन पर विमर्श किया है। देश के किसान,किसानों के संगठन, कृषि एक्सपर्ट, कृषि अर्थशास्त्री, कृषि वैज्ञानिक, हमारे यहां के प्रोग्रेसिव किसान भी लगातार कृषि क्षेत्र में सुधार की मांग करते आए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब और हरियाणा के किसानों के आंदोलन के बीच इस आयोजित अहम सम्मेलन में कहा, सचमुच में तो देश के किसानों को उन लोगों से जवाब मांगना चाहिए जो पहले अपने घोषणापत्रों में इन सुधारों की बात लिखते रहे, किसानों के वोट बटोरते रहे, लेकिन किया कुछ नहीं सिर्फ इन मांगों को टालते रहे और देश का किसान इंतजार ही करता रहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर भी इस दौरान निशाना साधते हुए कहा कि किसानों की बातें करने वाले लोग कितने निर्दयी हैं, इसका बहुत बड़ा सबूत है स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट। रिपोर्ट आई लेकिन ये लोग स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को आठ साल तक दबाकर बैठे रहे। हर चुनाव से पहले ये लोग कर्जमाफी की बात करते हैं और कर्जमाफी कितनी होती है, कर्जमाफी का सबसे बड़ा लाभ किसे मिलता था