होम मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल से तीन अफसरों को बुलाया डेपुटेशन पर
नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर पश्चिम बंगाल में हुए हमले के बाद केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। शनिवार को होम मिनिस्ट्री ने राज्य में तैनात तीन अफसरों को डेपुटेशन पर वापस बुला लिया। बताया जाता है कि नड्डा की सुरक्षा के जिम्मेदारी इन्हीं अफसरों पर थी। वहीं, गवर्नर जगदीप धनखड़ भी राज्य सरकार को लगातार निशाने पर ले रहे हैं। उन्होंने शनिवार को कहा कि बंगाल में स्वतंत्र, निष्पक्ष और हिंसामुक्त चुनाव होंगे, यह पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए मेरा आश्वासन है। वे इसके हकदार हैं। हमें इसके लिए काम करना चाहिए। सही वोटर ही चुनाव में हिस्सा लेंगे। मुझे इस बात का मलाल है कि गलत लोग बिना कानूनी अधिकार के सत्ता पर कब्जा कर लेते हैं। कुछ लोग इस पर पॉलिटिक्स करते हैं।
सेंट्रल होम मिनिस्ट्री ने 14 दिसंबर को पश्चिम बंगाल सरकार के दो बड़े अधिकारियों को तलब किया था। इसके एक दिन बाद शनिवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने सेंट्रल होम सेक्रेटरी अजय भल्ला को खत लिखकर इस कदम को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया। तीन पेज के इस खत में बनर्जी ने कहा कि सबसे पहले मैं आपको बताना चाहता हूं कि संविधान के मुताबिक, लॉ एंड ऑर्डर स्टेट का सब्जेक्ट है। इस मसले का हवाला देकर आप बिना नोटिस या सूचना दिए दोनों अधिकारियों को कैसे बुला सकते हैं? उन्होंने पूछा है कि क्या आप संविधान और किसी अन्य कानून के तहत राज्य की कानून-व्यवस्था के मामले में दखल सकते हैं?