December 27, 2024

“मेरा ग्राम कुष्ठ मुक्त ग्राम” बनाने को मितानिन व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता देंगी घर-घर दस्तक

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“मेरा ग्राम कुष्ठ मुक्त ग्राम” बनाने को मितानिन व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता देंगी घर-घर दस्तक

दुर्ग। जिले को कुष्ठ मुक्त करने को विशेष जांच खोज अभियान का की शुरुआत पाटन ब्लॉक से की गई। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्नमूलन कार्यक्रम के तहत “मेरा ग्राम कुष्ठ मुक्त ग्राम” की परिकल्पना को आधार बनाकर कार्ययोजना तैयार की गई है। चर्म रोग निदान और उपचार अभियान के तहत आज से दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक में घर-घर सर्वे के लिए 9 नॉन मेडिकल अस्सिटेंट ( एनएमए) दल लगाए गए हैं। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन में जनपद पंचायत उपाध्यक्ष देवेंद्र बेलचंदन एवं बलदाऊ भाले उपाध्यक्ष नगर पंचायत पाटन के द्वारा किया गया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया, “कुष्ट मुक्त अभियान के शुभारम्भ के दौरान देवेंद्र चंद्रवंशी द्वारा उपस्थित समुदाय जिले को कुष्ठ मुक्त करने की शपथ दिलवाई गई। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे का संदेश वाचन भी किया गया। ब्लॉक में घर-घर सर्वे के लिए 9 नॉन मेडिकल अस्सिटेंट ( एनएमए) दल द्वारा हर दिन 9 ग्राम पंचायतों के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व मितानिन को कुष्ठ रोग के विशेष जांच व खोज के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। आज अभियान के प्रथम दिवस 9 ग्राम पंचायतों में उन्मुखीकरण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। महिलाओं की प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए कुष्ठ निदान उन्मूलन के इस कार्यक्रम में मितानिनों को भी लगाया गया है। इसके अलावा अभियान में सेवानिवृत्त एनएमए से उनके अनुभवों का लाभ लेने के लिए भी कुष्ठ खोज में सहयोग लिया जाएगा। इनकी मॉनिटरिंग के लिए एएनएम व सुपरवाइजरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। दुर्ग जिले की प्रति 10000 जनसंख्या पर 2.0 कुष्ठ प्रसार दर है। अभियान से इसे 01 से नीचे लाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है।

बी एम ओ डॉ आशीष शर्मा ने बताया, “इस बार ट्रेनिंग लेकर मितानिन व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता “मेरा ग्राम कुष्ठ मुक्त ग्राम” अभियान को सफल बनाने के लिए हर घर में मिनानिनों द्वारा गृहभ्रमण कर एक कार्ड प्रदान किया जाएगा। कार्ड में कुष्ठ रोग के लक्षण व पहचान के बारे में जानकारियां रहेंगी। इस कार्ड में परिवार के मुखिया द्वारा परिवार के सदस्यों के शरीर में असामान्य दिखने वाले लक्षणों की पहचान कर तीन दिन बाद मितानिन दीदीयों को वापस दिया जाएगा। कुष्ठ से मिलते जुलते किसी भी लक्षण नजर आने पर संबंधित परिवार के सदस्यों को जांच व स्क्रीनिंग स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की जाएगी। मितानिन व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के गृहभ्रमण करने के दौरान कोरोना संक्रमण से सम्बंधित दिशानिर्देशों का भी पालन किया जाएगा।“

कुष्ठ अभियान में जुड़ेंगे स्थानीय जनप्रतिनिधि कलेक्टर के निर्देशानुसार सीएमएचओ के मार्गदर्शन में विशेष जांच खोज अभियान पाटन से शुरू किया है। इस अभियान के तहत मेरा ग्राम कुष्ठ मुक्त ग्राम की परिकल्पना को साकार करने की व्यापक योजना तैयार की गई है। इसके लिए जनप्रतिनिधियों से भी सहयोग मांगा गया है। ग्राम पंचायतों को आधार बनाकर जनप्रतिनिधियों से भी अपील कराई जायेगी ताकि अधिक से अधिक लोग इस अभियान से जुड़ें और इस कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके। यह अभियान जनप्रतिनिधिगण, पंचायत प्रतिनिधिगण, स्वास्थ्य विभाग, मितानिन,महिला बाल विकास विभाग, पंचायत विभाग एवं अन्य विभागों के सहयोग एवं समन्वय से चलाया जायेगा

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