मानव तस्करी के मामले की जाँच प्रक्रिया समयबद्ध हो, प्रदेश सरकार और प्रशासनिक मशीनरी पर संदेह की कई वज़हें हैं : भाजपा
रायपुर: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने राज्य महिला आयोग अध्यक्ष किरणमयी नायक द्वारा मानव तस्करी के मामले की जाँच की मांग का स्वागत कर इस बात पर ज़ोर दिया है कि जाँच की प्रक्रिया समयबद्ध हो क्योंकि मौज़ूदा प्रदेश सरकार और उसकी प्रशासनिक मशीनरी की कार्यप्रणाली पर संदेह करने की कई वज़हें हैं। श्रीवास्तव ने कटाक्ष किया कि जिस सरकार में मुख्यमंत्री जेब में सबूत रखकर घूमने के दावे करने के बाद भी झीरम घाटी कांड में शहीदों व प्रभावितों को इंसाफ़ दिलाने में सहयोग न करें, उस सरकार की विश्वसनीयता तो यूँ भी दाँव पर लगी हुई है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीवास्तव ने कहा कि मानव तस्करी का सामने आया मामला बेहद गंभीर है और इससे साफ़ हो चला है कि प्रदेश सरकार लोगों, ख़ासकर महिलाओं की सुरक्षा के मोर्चे पर बुरी तरह विफल है। एक तरफ़ प्रदेशभर में नाबालिग बच्चियों से लेकर वृद्ध महिलाओं के साथ अनाचार/सामूहिक दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं, वहीं अब मानव तस्करी के इस मामले ने प्रदेश सरकार के तमाम दावों को खोखला साबित कर दिया है। श्री श्रीवास्तव ने राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष को इस मामले को राजनीतिक रंग देने से बचने की नसीहत देते हुए कहा कि इस अपराध से जुड़े तमाम लोगों के साथ ही उन बड़ी राजनीतिक हस्तियों को भी सामने लाया जाना चाहिए जिन पर इस अपराध को संरक्षण देने का संदेह जताया गया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीवास्तव ने इस मामले की समयबद्ध जाँच की मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार और कांग्रेस प्रदेश को बताए कि पिछले दो साल से उसके सत्ताकाल में प्रदेश में कितनी महिलाएँ लापता हुई हैं, कितनी लापता महिलाओं का पता लगाया जा सका है, कितनी महिलाएँ शरीरिक-मानसिक उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और यौन-शोषण की शिकार हुई हैं और कितने मामले में इन महिलाओं को इंसाफ़ दिलाया गया है?
श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाओं को जागरूक और सशक्त बनाकर ही अत्याचार, उत्पीड़न और हिंसा से बचाकर सुरक्षित किया जा सकता है और प्रदेश सरकार के अब तक के कार्यकाल में ऐसी कोई सार्थक पहल नहीं होने के कारण ही तमाम तरह के उत्पीड़न के साथ ही महिलाओं की अब तस्करी जैसे मामले सामने आ रहे हैं।