किसानों का कर्ज माफ और बिजली बिल हुआ है हाफ: मंत्री डहरिया
रायपुर: नगरीय प्रशासन एवं विकास और श्रम मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के किसानों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। छत्तीसगढ़ की सरकार पूरी तरह से उनके साथ है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश के किसानों को समृद्ध बनाने देश में सबसे अधिक समर्थन मूल्य में धान खरीदने की शुरूआत की गई । कोरोना के समय देश भर में जहाँ आर्थिक मंदी का दौर था ऐसे में सरकार ने राजीव गांधी योजना के माध्यम से किसानों के खाते में पैसे डाले। सरकार ने किसानों का कर्ज माफ भी किया और बिजली बिल हाफ भी किया है। सरकार हर समय किसानों के साथ खड़ी है।
उन्होंने आरंग विधानसभा के अंतर्गत ग्राम मुनरेठी और बडगांव में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इस दौरान मंत्री डॉ डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के हित में लगातार कार्य कर रही है। शिक्षकों,पुलिस, प्राध्यापकों की भर्ती की जा रही है। स्थानीय छत्तीसगढ़ निवासियों को रोजगार देने के साथ गौधन न्याय योजना के माध्यम से पशुपालकों से गोबर खरीद कर उनके आर्थिक स्तर को सुधारा जा रहा है। मंत्री ने कृषि कानून से किसानों का अहित होने की बात कही।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी सबसे अधिक कीमत में ही धान की खरीदी होगी और राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से जो भी अंतर राशि होगी उसका किसानों को भुगतान किया जाएगा। मंत्री डॉ. डहरिया ने ग्रामीणों को बताया कि आरंग क्षेत्र के मुनरेठी में नया धान खरीदी उपार्जन केंद्र प्रारंभ होने से किसानों को अब नगपुरा नहीं जाना पड़ेगा। इस केंद्र से चार गाँव के किसानों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष धान खरीदी सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए जगह जगह शेडयुक्त चबूतरे की स्वीकृति की गई है। अधिकांश स्थानों में चबूतरा बन भी गया है। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की मांग पर सामुदायिक भवन, सीसी रोड, नाली निर्माण,अहाता निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने मुनरेठी में स्थान उपलब्ध होने पर गोठान की स्वीकृति देने, धान बीज गोदाम के लिए प्रस्ताव बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि नए विकास कार्यों की स्वीकृति से ग्रामीण क्षेत्र की परिस्थिति बदलेगी। इस दौरान उन्होंने गाँव के विकास के लिए अनेक कार्यों की स्वीकृति प्रदान की। ग्राम बड़गांव में उन्होंने गांव के युवाओं को खेल के क्षेत्र में प्रोत्साहन देने खेल सामग्री प्रदान किया। साथ ही अनेक कार्यों की स्वीकृति दी।