कोरोना काल में भी इन घरेलू चीजों से रखें फेफड़ों को दुरुस्त
इन दिनों कोरोना वायरस महामारी के साथ-साथ दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण ने भी लोगों का सांस लेना मुश्किल कर रखा है। ये दोनों समस्याएं अस्थमा के पेशेंट और बच्चों के लिए मुसीबत बनी हुई हैं। ऐसे में अगर आप खुद को और अपने परिवार के लोगों को प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचाना चाहते हैं तो देसी गुड़ खाना आज से ही शुरू कर दें। इसके अलावा गुड़ के साथ दो अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन किया तो आपकी सेहत सुधरने के साथ लाइफ बढ़ जाएगी।
प्रदूषण से लड़ाई
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से लोगों को बचाने के लिए पटाखों पर प्रतिबंध लगाया, कंस्ट्रंक्शन वर्क पर कई तरह की पाबंदियां लगाईं, लोगों को जागरुक करने के लिए कई तरह की चीज़ें अपनाईं, जैसे रेड लाइट पर गाड़ी बंद करना, लेकिन इसके बावजूद प्रदूषण में कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है। इन सब प्रयासों के बावजूद वातावरण में ज़हरीली हवा का घुलना बंद नहीं हो रहा है। नतीजतन सांस और हृदय के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जानकार इस पॉल्यूशन से बचने के लिए और एनसीआर में रहते हुए लंबे समय तक जिंदा रहने के लिए खाने में तीन चीजों के सेवन की बात कह रहे हैं।
गुड़ है रामबाण इलाज
रिपोर्ट्स के मुताबिक एनसीआर में पॉल्युशन के चलते 10 सिगरेट के बराबर कार्बन हर व्यक्ति के फेफड़ों में प्रवेश कर रहा है। चिकित्सकों और जानकारों के मुताबिक रात में भोजन के बाद 50 ग्राम देसी गुड़ और 250 ग्राम शुद्ध गुनगुना दूध पीने से फेफड़ों को बीमारी से बचाया जा सकता है। पॉल्यूशन से फेफड़ों को बचाने के लिए गुड़ को रामबाण बताया गया है।
हल्दी और अखरोट को भी करें शामिल
इसके अलावा भी पॉल्यूशन से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए प्रचुर मात्रा में विटामिन सी और ओमेगा 3 मात्रा लेने की सलाह चिकित्सक दे रहे हैं। इसके अलावा दिन भर में कम से कम 6 लीटर पानी जरूर पिएं। गुड़ के अलावा रात में सोने से पहले हल्दी और अखरोट के नियमित सेवन से भी हृदय की बीमारियों से बचा जा सकता है।