नक्सलियों की हथियार बनाने वाला फैक्ट्री सामान हुए बरामद,सुरक्षा बलों से बचाने के लिए रखा था छुपाकर,इधर माओवादियों के स्मारक को किया गया ध्वस्त
बीजापुर – नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों को सोमवार को बड़ी सफलता मिली. दरअसल, छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सर्च ऑपरेशन के दौरान DRG, STF, कोबरा, CRPF के जवानों की संयुक्त टीम ने कोमाटीपल्ली के जंगलों में बड़े चट्टानों के बीच छुपा कर रखे हथियार बनाने का उपकरण और सामग्री बरामद की. इसे सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता के दौर पर देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि नक्सली इन उपकरणों का इस्तेमाल अपनी हथियार फैक्टरी में करते थे, जिसे सुरक्षा बलों से बचाने के लिए यहां छुपा कर रखा गया था.
ये सामग्री हुई बरामद
सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान बड़े चट्टानों के बीच छुपाए गए उपकरण और सामग्री का पता लगाया. बरामद सामग्रियों की लिस्ट नीचे दी गई है.
- गैस वेल्डिंग मशीन (नोजल सहित)
- ऑक्सीजन सिलेंडर.
- गैस वेल्डिंग में इस्तेमाल होने वाला 8 डिब्बा पाउडर.
- 1 इन्वर्टर और 5 स्टेबलाइजर.
- 3 स्टील कंटेनर.
- कमर्शियल मोटर, ब्लोअर और ग्लेंडर.
- 200 नग वेल्डिंग रॉड और अन्य लोहे की छड़ें.
- खाली मैगजीन और राइफल सिलिंग.
- इलेक्ट्रिक स्विच (65 नग) और विस्फोटक सामग्री.
माओवादियों के स्मारक को किया गया ध्वस्त
इस दौरान सुरक्षाबलों ने कोमटपल्ली क्षेत्र में माओवादियों द्वारा बनाए गए 62 फीट ऊंचे स्मारक को भी ध्वस्त कर दिया. यह कार्रवाई क्षेत्र में माओवादी प्रभाव को खत्म करने और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
कैम्प स्थापना से बढ़ी सक्रियता
दरअसल, इलाके नए कैंप की स्थापना के बाद सुरक्षाबलों ने क्षेत्र में गश्त और सर्चिंग अभियान तेज कर दिया है. लगातार की जा रही इस कार्रवाई से माओवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने और स्थानीय जनता के मन में सुरक्षा का भरोसा बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है.
एंटी नक्सल ऑपरेशन में सुरक्षा बलों की यह सफलता न केवल माओवादी नेटवर्क को कमजोर करने में सहायक होगी, बल्कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता स्थापित करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है. लगातार किए जा रहे सर्चिंग अभियानों से क्षेत्र के विकास और सुरक्षा को नया आयाम मिलेगा.