अब दुश्मनों के परखच्चे उड़ाएगी सारंग तोप, अचूक मारक क्षमता के साथ सीमा पर तैनात
नई दिल्ली: वाहन निर्माणी जबलपुर (वीएफजे) ने पुरानी 130एमएम सारंग तोप को अपग्रेड (155एमएम) बनाकर हाल ही में सेना के हवाले किया है। इस अपग्रेड सारंग तोप की 28 के बजाए 38 किलोमीटर की अचूक मारक क्षमता ने सैन्य जवानों व अफसरों को भी कायल बना लिया। इसलिए सेना ने यह तोप लद्दाख घाटी में तैनात करके देश के दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी कर ली है। इसमें सेना को अब अपग्रेड सारंग तोप की खास जरूरत है। सूत्र बताते हैं कि रक्षा मंत्रालय ने सेना की जरूरत जल्द से जल्द पूरा करने के आयुध निर्माणी बोर्ड (ओएफबी) को निर्देश दिए हैं।
इसलिए ओएफबी ने अब 280 पुरानी सारंग तोपों के लिए अपग्रेड बनाने की जवाबदारी दो निर्माणियों के बजाए सिर्फ वीएफजे को सौंप दी है। ओएफबी ने जारी निर्देश पत्र में कहा है कि वीएफजे में 280 पुरानी सारंग तोपों को योजना बनाकर जल्द से जल्द अपग्रेड बनाने का काम किया जाए। जबकि ओएफबी ने करीब डेढ़ साल पहले इन पुरानी तोपों को अपग्रेड बनाने की जवाबदारी गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) और वीएफजे को संयुक्त रूप से सौंपी थी। इसके बाद वीएफजे व जीसीएफ ने पुरानी तोपों को खोला और सभी कलपुर्जों को खोलकर व बैरल बदलकर अपग्रेड बनाने का काम हुआ। अब यह काम सिर्फ वीएफजे में किया जाएगा। जबकि बोर्ड मुख्यालय अब जीसीएफ के लिए धनुष तोप (155एमएम/45 कैलिबर) को और भी बेहतरीन बनाने के साथ-साथ नया काम देने की योजना बना रहा है।