भुपेश बघेल मीडिया से भाग रहे है, खुद की हार और कांग्रेस की शर्मनाक हार की जिम्मेदारी क्यों नहीं लेते: भाजपा
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उस ताजा स्तरहीन बयान पर कड़ा ऐतराज जताया है जिसमें बघेल ने कहा है कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाजामे का नाड़ा काट दिया है। अमित ने कहा है कि भूपेश विधानसभा चुनाव की करारी शिकस्त और लोकसभा चुनाव की हार के बाद अब राहुल, पाजामा और नाड़े से बाहर निकलकर राजनीतिक सच का सामना करने की हिम्मत दिखाए,मीडिया से भागे नही।
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने भूपेश बघेल के इस बिगड़े बोल पर कहा कि खुद भूपेश बघेल राजनांदगांव में चुनाव हार गए, उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की शर्मनाक हार हुई, राहुल गांधी, जिनके लिए भूपेश बघेल बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं, के नेतृत्व में कांग्रेस ने 2014, 2019 और 2024 में 3 लोकसभा चुनाव लड़े हैं और तीनों चुनाव की सीटों को मिलाकर भी कांग्रेस ने कुल 195 सीट मात्र जीती है जबकि भाजपा ने केवल 2024 के लोकसभा चुनाव में 240 सीटें जीती है और इसकी तुलना में कांग्रेस की सीटें काफी कम है तो फिर बघेल की भाषा में किसने, किसका नाडा काटा है? चिमनानी ने सवाल दागा कि आखिर बघेल मीडिया का सामना क्यों नहीं कर रहे और क्यों नहीं बता रहे कि वह खुद क्यों हारे और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की शर्मनाक हार क्यों हुई?
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी चिमनानी ने कहा कि जब भूपेश बघेल मुख्यमंत्री थे तब भी वह इसी प्रकार की भाषा बोलकर सार्वजनिक कार्यक्रमों में उपस्थित लोगों को अपमानित करते थे। भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में बघेल ने सवाल पूछने वाली एक युवती को कहा था- ऐ लड़की, ज्यादा नेतागिरी मत कर। एक अन्य मौके पर बघेल ने एक कदम आगे बढ़कर एक युवक से यह तक कहा था- ऐ लड़के, तेरे बाप ने भी कभी माइक पकड़ा है? हद तो बघेल ने तब पार कर दी जब एक कार्यक्रम में अनुसूचित जाति समाज के युवकों को ‘भौंकने वाला’ कहा था। इससे भी आगे जाकर बघेल तो अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को ‘स्लीपर सेल’ तक बताने में संकोच नहीं किया। चिमनानी ने कहा कि विधानसभा चुनाव और फिर लोकसभा चुनाव की हार के बावजूद स्तरहीन बयान बाजी चालू है।
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी चिमनानी ने कहा कि एक परिवार और एक व्यक्ति की चापलूसी का कीर्तिमान रचने में लगी कांग्रेस और भूपेश बघेल लोकसभा के छत्तीसगढ़ और समग्र देश के नतीजों के परिप्रेक्ष्य में विचार करके क्या यह बताने का कष्ट करेंगे कि किसने किसके पजामे का नाड़ा काटा है? चिमनानी ने यह कहते हुए कि कांग्रेस के पाजामे का नाड़ा ही नहीं, उनकी नाक भी कट चुकी है, यह दो टूक सवाल भी किया है कि बघेल कब तक ‘एक्स’ में ही पोस्ट करेंगे? कब तक बाहर जा-जाकर ऐसे स्तरहीन बयान देंगे? मीडिया का सामना क्यों नहीं करते? क्यों नहीं जाकर बताते कि आपकी हार क्यों हुई? छत्तीसगढ़ में बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की यह जो प्रचंड हार हुई है, उसका आखिर जिम्मेदार कौन है, बघेल पहले इसका जवाब प्रदेश को दें। चिमनानी ने राजनांदगाँव में कांग्रेस से निष्कासित दाऊ सुरेंद्र वैष्णव द्वारा लगाए बैनर-पोस्टर का जिक्र करके कहा कि आज जिंदगीभर कांग्रेस के लिए काम करने वाले भूपेश के हारने पर खुश हैं और बाकायदा बैनर-पोस्टर लगाकर खुशी जाहिर कर रहे हैं। तो, ये इज्जत बची है भूपेश बघेल जी की! इस पोस्टर पर बघेल की हार के लिए जनता व कार्यकर्ताओं का आभार मानकर लिखा है- तुम्हारे पाँव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि, फिर भी तुम्हें यकीन नहीं। हार गया अहंकार, जीत गया कार्यकर्ता, जीत गई जनता।