कांग्रेस भाजपा में सियासी तकरार: भाजपा नेता अजय चंद्राकर ने कहा, आतंकवादी गठबंधन की तरह काम कर रही है कांग्रेस
भूपेश बघेल ने पारिवारिक संस्था की तरह सरकार चलाई: अजय चंद्राकर
रायपुर. देश के अलग-अलग राज्यों में राजनीतिक दल जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटे हैं। चुनाव के मद्देनजर नेताओं का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है। इस बीच रायपुर में भाजपा नेता और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर शनिवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंंस में कांग्रेस को आतंकवादी संगठन करार दे दिया। भाजपा नेता ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस देश में या छत्तीसगढ़ में एक आतंकवादी संगठन की तरह काम कर रही है। जो आतंकवादी संगठन के तौर पर काम कर रहा हो उससे समाज को भी खतरा हो सकता है। प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।
- आयकर के नोटिस में क्या है, कांग्रेस क्यों नहीं बताती?
कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि आयकर के नोटिस में क्या है? नोटिस में क्या कहा गया है, कांग्रेस क्यों नहीं बताती? कांग्रेस अपने आप को विक्टिम साबित करना चाहती है। कानून सबके लिए बराबर है। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भाजपा के बूथ विजय अभियान पर कहा, ”सभी गांव में झंडा लगाया जाएगा। सभी तरह के कार्यक्रम किए जाएंगे। तीन गांव के कार्यक्रमों में मैं खुद शामिल होऊंगा।” इसके अलावा उन्होंने भाजपा के प्रभारी नितिन नवीन के दौरे पर कहा कि चुनाव प्रचार अपने पूरे शबाब पर है। यह सक्रियता चुनाव जीतने के लिए है।
बोले पूर्व मंत्री चंद्राकर, कांग्रेस में कोई नेता और नीति नहीं है
पत्रकारों ने पूर्व मंत्री से सवाल किया कि कांग्रेस नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि पार्टी में तो आना बहुत लोग चाहते हैं। गुण दोष के आधार पर पार्टी में उन्हें शामिल किया जाएगा। कांग्रेस में कोई नेता और नीति नहीं है। लोग एक परिवार की कितने दिन तक पूजा करेंगे। पत्रकारों ने पूछा कि कांग्रेस 11 लोकसभा सीट जीतने का दावा कर रही है। इस पर उन्होंने कहा कि 1990 से रेकॉर्ड देख लीजिए। कांग्रेस के दावे का पता चल जाएगा। कांग्रेस का काम कहना है करना नहीं है, कांग्रेस पूरी तरह से हार रही है।
- कांग्रेस में कोई नेता नहीं, जो बैठक कर रणनीति बनाए
कांग्रेस में कोई नेता नहीं दिख रहा है जो बैठक कर रणनीति बनाए। इस सवाल के जवाब में पूर्व मंत्री ने कहा, ”सचिन पायलट कांग्रेस से उपेक्षित नेता हैं। बाकी जो बचते हैं वह एक परिवार का गिरोह हैं। गिरोह और पार्टी के नेता बनना दोनों में अंतर है। भाजपा के नेता सामाजिक लोग हैं। भूपेश बघेल ने पारिवारिक संस्था की तरह सरकार चलाई। जिनको पूछा नहीं गया था उनके पास मौका है बोलेंगे ही, एक परिवार की पूजा करते मानसिक रूप से लोग थक जाते हैं। छोडऩे का महत्वपूर्ण कारण यही है।” इसके अलावा उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहीं नजर नहीं आ रही है। बस्तर से लेकर सरायपाली तक मैंने यात्रा की है। कांग्रेस का समझ नहीं आ रहा है। कांग्रेस ने प्रत्याशी घोषित कहां किया है, एक जिले के लोगों को दूसरे जिलों में बैठा दिया है। भूपेश बघेल दुर्ग के एस्टेब्लिश लीडरशिप को समाप्त करना चाहते हैं।