CG CRIME NEWS : अंधियारी पाठ जंगल में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, हत्या के पांच आरोपी गिरफ्तार, पुलिस के डर से जंगल में दफनाया था शव
राजनांदगांव : CG CRIME NEWS : जिले के तुमडी़ बोर्ड पुलिस चौकी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कोहका के अंधियारी पाठ जंगल में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है और इस हत्याकांड में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, बीते 31 जनवरी की रात्रि राजनांदगांव जिले के तुमडी़बोड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम ढाबा में एक युवक की हत्या कर दी गई। हत्या के बाद आरोपियों ने शव को अंधियारी पाठ जंगल क्षेत्र में गड्ढा खोदकर दफन कर दिया था। लगभग दो माह बाद बीते 26 मार्च को गड्ढे से बाहर शव का पैर देखकर मामले की सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद पुलिस ने गड्ढे से शव का खनन करवाया और अपनी जांच कार्रवाई शुरू की। इस दौरान पुलिस को शव के कपड़े और एफएसएल टीम द्वारा जांच करवाई पर मृतक की शिनाख्ती ढाबा निवासी डोमेश्वर साहू के रूप में हुई।
जांच करवाई के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक बीते 31 जनवरी को ढाबा निवासी युगल कुमार ठाकुर के घर सगाई कार्यक्रम में आया था। आरोपियों की तलाश में पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य की मदद ली। इस दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक के मोबाइल का उपयोग दुर्ग जिले के बानी नवागांव निवासी समीर ठाकुर द्वारा किया जा रहा है, जिस पर पुलिस ने संदेही समीर ठाकुर और एक अन्य आरोपी धनंजय कुमार को अपनी अभिरक्षा में लेकर पूछताछ किया तो हत्या की परतें खुलती चली गई।
आरोपी समीर ने पुलिस को बताया कि ढाबा निवासी धरमू ठाकुर, रितेश श्रीवास, युगल कुमार ठाकुर द्वारा डोमेश्वर साहू की हत्या की गई है। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया और आरोपियों ने पुलिस को बताया कि 31 जनवरी को सगाई कार्यक्रम के बाद रात्रि लगभग 8:00 बजे वह गुटका खाने गांव के एक किराना दुकान पर गए थे जहां मृतक डोमेश्वर साहू के साथ तीनों आरोपियों का विवाद हुआ। जिस पर तीनों ने पंचायत भवन के पास मृतक को खींचते हुए ले गए और गांव के भांठा पारिया गड्ढे में ले जाकर मृतक के सिर और छाती में पत्थर से प्राण घात वार कर दिया। जिससे डोमेश्वर साहू की मौत हो गई। उसकी हत्या करने के बाद आरोपियों ने उसके शव को नहर नाली के समीप छुपा कर रखा और सगाई कार्यक्रम में खाना खाने चले गए लेकिन पकड़े जाने के डर से उन्होंने शव को वहां से निकाल कर अंधियारी पाठ पहाड़ी जंगल की ओर ले जाकर वन विभाग द्वारा खोदे गए नाली में शव को डालकर पत्ते और झाड़ियां से छुपा दिया था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले का खुलासा करते हुए राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया कि इस हत्याकांड में तीन मुख्य आरोपी धरमू ठाकुर, रितेश श्रीवास और युगल कुमार शामिल है। वहीं दो अन्य लोग धनंजय कुमार और समीर कुमार साक्ष्य छुपाने में सहयोगी हैं। उन्होंने बताया कि प्रकरण के मुख्य आरोपी धरमू ठाकुर और युगल ठाकुर के खिलाफ महाराष्ट्र के पुणे में हत्या का मामला भी दर्ज है।
मृतक का शव छुपाने के बाद भी आरोपियों द्वारा अपने पकड़े जाने की डर उन्हें सताता रहा और से बीते 3 फरवरी को आरोपी धरमू ठाकुर, रितेश श्रीवास और युगल ठाकुर ने लाश को दूसरी जगह दफनाने की योजना बनाकर रात्रि में अपने घर से फावड़ा कुदाली लेकर अंधियारी पाठ पहाड़ी कोहाका जंगल में एक गड्ढा खोदकर लाश को नाहर नाली से निकलकर गड्ढे में दफना दिया और घटना समय पहने कपड़े और शव को दफनाने में उपयोग किए गए फावडा़, कुदाली को अपने घर में लाकर छुपा दिया। पुलिस ने इस मामले में मृतक का मोबाइल फोन , शव ले जाने में उपयोग किए गए साइकिल, दफनाने में उपयोग किए गए फावड़ा ,कुदाली जब्त किया है। वहीं आरोपियों को न्यायालय में पेश किया है जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।