सदन में आज जोर शोर से उठा पैरा परिवहन और गोबर खरीदी में भ्रष्टाचार का मामला, सत्ता पक्ष के विधायकों ने ही लगाया करोड़ो की अनियमितता का आरोप, मंत्री ने की जांच कराने की घोषणा
विधानसभा में आज गौठान समितियों में पैरा परिवहन और गोबर खरीदी में भ्रष्टाचार का मामला जोर शोर से उठा। सत्ता पक्ष के ही विधायको ने इसमें करोड़ो की अनियमितता का आरोप लगाते हुए इसकी जांच कराने की मांग सरकार से की। विभागीय मंत्री ने पूरे मामले की घोषणा विधानसभा की प्रश्न संदर्भ समिति से कराने की घोषणा की।
प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने यह मामला उठाते हुए पूछा कि 1 जनवरी 2019 से सितंबर 2023 तक किस योजना के तहत सरकार को कितना पैरा दान मिला और इसका परिवहन किस वाहन से किस दर पर करते हुए इसका भुगतान किस मद से किया गया। कृषि मंत्री रामविचार नेताम की अनुपस्थिति में शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने जवाब देते हुए बताया कि उक्त अवधि में 45 .69 लाख क्विंटल पैरा दान मिला जिसका परिवहन ट्रैक्टर और अन्य वाहनों से कराया गया , इसका भुगतान गोधन न्याय योजना के 14 वें और 15 वें वित्त आयोग के मद से किया गया है। मंत्री ने इसके लिए 53.50 करोड़ की राशि भुगतान करने की जानकारी सदन को दी। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने आरोप लगाया कि सिर्फ कागज़ों में ही खरीदी की गई है पूरी राशि का बंदरबाट हुआ है, इसलिए इसकी जांच विधायकों की समिति से कराई जाए। स्पीकर Dr रमन सिंह के निर्देश पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने पूरे मामले की जांच विधान सभा की प्रश्न संदर्भ समिति से कराने की घोषणा की। वहीं एक अन्य प्रश्न में भाजपा विधायक लता उसेंडी ने बताया कि उनके कोंडागांव विधानसभा में भी गोधन न्याय के भुगतान में गड़बड़ी हुई है इसकी भी जांच इसी समिति से कराने की घोषणा मंत्री ने की है।