कोरोना काल में गरीबों का राशन डकारने वाले सेल्समैनों पर हुई कार्रवाई, 9 पर एफआईआर दर्ज
विदिशा के सिरोंज में राशन दुकानों मे हुये घोटाले का मामला सामने आया है, यह मामला कोरोना काल से जुड़ा हुआ है उस समय क्षेत्र के कई राशन विक्रेेताओं ने सर्वर नहीं मिलने का बहाना बनाकर ऑफलाइन राशन वितरण की जानकारी दी थी। जब जांच बैठी को हकीकत सामने आई। इसके बाद विभागीय स्तर पर इन विक्रेताओं द्वारा स्टॉक पूरा करने या फिर बकाया राशि जमा करवाने का प्रयास चलते रहे।
ये राशि प्रत्येक दुकानदार पर लाखों रुपए में है। और क्षेत्र से करीब ज्यादातर दुकानों में 2500 क्विंटल गेंहू और चावल के राशन मे घोटाले की बात सामने आई है कोरोन काल में जिस समय गड़बड़ी हुई थी उस समय गेहूं का भाव 2 हजार रूपए प्रति क्विंटल के आसपास था। जो अब 2900 रूपए क्विंटल हो गया है। जबकि चावल के भाव में भी 8 से 10 रूपए क्विंटल का अंतर आ गया है। जिसके चलते राशन विक्रेताओं पर लाखों रूपए की वसूली निकल रही है। जिस को लेकर जिम्मेदारि अधिकारियों द्वारा इसकी जांच की बात की जा रही है। वही सेल्समेन द्वारा अपने बचाव के तौर पर अधिकारियों से साठगांठ करने का भरपूर प्रयास भी किया जा रहा है।
संबंधित विभाग के खाद्य अधिकारी ने बताया कि अभी तक कुल 8 से 9 राशन की दुकानों पर जांच हो चुकी है जिनमें से तीन से चार राशन वितरण की दुकानों पर एफआईआर दर्ज की भी जा चुकी है। विगत दिनों पहले पांच राशन दुकानों के खिलाफ भी एफआईआर हो चुकी है, करीब आठ दुकानों के खिलाफ एफआईआर हो चुकी है। अभी कुछ और दुकानों के जांच प्रतिवेदन जिले मैं भेज दिए गए हैं उन पर भी कार्रवाई होगी।