दुर्गा पंडालों, मंदिरों सहित मार्केट में भी भीड़ नदारद, प्रशासनिक नियमों का हो रहा पालन
संवाददाता – इमाम हसन
सूरजपुर – नवरात्र का आज सातवाँ दिन है।जहा मंदिरों और दुर्गा पंडालों में पूजा अर्चना की जा रही है।वही इस बार कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर कड़े और सख्त प्रशासनिक नियम मंदिरों और दुर्गा पूजा आयोजको के लिए जारी किया गया है। जहा पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ तो नजर नही आ रही। लेकिन कोरोना से बचने के नियम जगह जगह पर नजर आ रहे है। गौरतलब है कि कोरोना के खतरे के मद्देनजर इस बार प्राचीन कुदरगढ़ धाम में हर साल आयोजित होने वाले महोत्सव पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जहा पूजा आयोजकों का कहना है कि इस बार कोरोना के कारण श्रद्धालु पूजा से वंचित हो रहे है जिनका बेहद दुख है। वही डिप्टी कलेक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर ही इस बार कोरोना बचाव के नियमो के साथ दुर्गा पूजा की अनुमति दी गयी है। जिसके पालन से ही कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है। गौरतलब है कि बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जिले भर के चंद आयोजक ही मंदिरों और पंडालों में माता की प्रतिमा स्थापित कर पूजा का आयोजन किए हैं।
लेकिन प्रशासन के द्वारा सोशल डिस्टेंस मास्क समेत कई कड़े नियमों के पालन का आदेश जारी किया गया है। जिस कारण श्रद्धालु मंदिरों और पंडालों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। जहां हर साल नवरात्र में गली मोहल्लों से लेकर दुकानों में त्योहारी भीड़ नजर आती थी, वहीं इस बार सुनसान मंदिर पंडाल और सड़के कोरोना संक्रमण के खतरे की दास्तान बयां कर रहा है। गौरतलब है कि जिले का प्राचीन कुदरगढ़ धाम में इस साल महोत्सव के आयोजन पर प्रशासनिक प्रतिबंध है। जहा विधि विधान से पूजा करने की अनुमती है लेकिन श्रद्धालुओं के आने पर रोक..लिहाजा नवरात्र में पंडालों में आयोजक बिना श्रद्धालुओं के पूजा अर्चना कर प्रशासनिक आदेशों का पालन करते नजर आ रहे हैं। बहरहाल साल का सबसे बड़ा त्यौहार में दुकानदारों के दुकानदारी और श्रद्धालुओं के आस्था पर कोरोना का कहर भारी पड़ता नजर आ रहा है।