गृहमंत्री अमित शाह के दौरे का विरोध, हथियारबंद नक्सलियों ने ग्रामीणों के साथ निकाला मार्च
25 मार्च को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ के बस्तर दौरे पर रहेंगे।
सुकमा। 25 मार्च को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ के बस्तर दौरे पर रहेंगे। अमित शाह के दौरे का अब माओवादियों ने विरोध शुरू कर दिया है। सुकमा जिले के एक गांव में सैकड़ों की संख्या में हथियारबंद माओवादी एकत्रित हुए, जिन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर विशाल रैली निकाली। केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। माओवादियों लीडर्स ने कहा कि बस्तर में गर्मी के सीजन में फिर बमबारी की जाएगी। जिसकी योजना बनाने अमित शाह यहां आ रहे हैं।
दरअसल, 4-5 दिन पहले माओवादियों ने सुकमा जिले के एक गांव में विशाल जनसभा का आयोजन किया था। इस जनसभा में इलाके के सैकड़ों ग्रामीणों को एकत्रित किया गया था। माओवादियों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जनता के सामने कटघरे में खड़े करने की बात कही थी। साथ ही कॉरपोरेट घरानों और पूंजीपतियों को मार भगाने की बात कही थी।
माओवादियों के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो की प्रवक्ता समता ने कहा कि, गर्मी का सीजन आ गया है। अब एक बार फिर बस्तर में बमबारी करने की प्लानिंग करने अमित शाह आ रहे हैं। गर्मीं के सीजन में ग्रामीण जंगल में वनोपज लेने जाने से डर रहे हैं। गांव वालों को डर है कि कहीं बस्तर के जंगलों में ड्रोन और हेलिकॉप्टर से उनपर हमला न हो जाए। बस्तर में अलग-अलग जिलों में लगातार नए पुलिस कैंप खोले जा रहे हैं। मुठभेड़ में ग्रामीणों की हत्या की जा रही है। सरकार के इशारों पर आंदोलन कर रहे ग्रामीणों पर लाठी चार्ज किया जा रहा है।
समता ने कहा कि, छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, झारखंड, ओडिशा और महाराष्ट्र में अपार मात्रा में खनिज है। इन राज्यों का पर्यावरण संतुलन पूरे देश को जीवन देता है। जिसे नष्ट किया जा रहा है। माओवादियों ने कहा कि, अमित शाह के बस्तर प्रवास का लगातार विरोध बस्तर की जनता कर रही है। इधर, नक्सलियों के इस विरोध के बाद गृहमंत्री के दौरे को लेकर बस्तर में फोर्स अलर्ट हो गई है।