जंगल में संदिग्ध परिस्थिति में मिला नक्सल कमाण्डर देवा उर्फ तिर्री मड़कामी का शव
जिले के जियाकोरता जंगल में संदिग्ध परिस्थिति में नक्सल कमाण्डर देवा उर्फ तिर्री मड़कामी का शव मिला है।
जिले के जियाकोरता जंगल में संदिग्ध परिस्थिति में नक्सल कमाण्डर देवा उर्फ तिर्री मड़कामी का शव मिला है। मृतक माओवादी कैडर दरभा डिवीजन के सीपीआई माओवादी संगठन के कटेकल्याण एरिया कमेटी का सदस्य था। बता दें मृतक नक्सली के ऊपर जिला दन्तेवाड़ा एवं सुकमा में नौ से अधिक अपराधिक प्रकरण दर्ज है। दन्तेवाड़ा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि फिलहाल दन्तेवाड़ा पुलिस द्वारा माओवादी कैडर देवा की मृत्यु के पीछे के कारण का जांच पड़ताल किया जा रहा है।
दरअसल, दन्तेवाड़ा पुलिस एवं सीआरपीएफ को जिला दन्तेवाड़ा-सुकमा के सीमावर्ती क्षेत्र जियाकोरता जंगल में अज्ञात व्यक्ति का लाश मिलने की सूचना मिली थी। सूचना पाकर दन्तेवाड़ा पुलिस एवं सीआरपीएफ 230वीं वाहिनी की संयुक्त पार्टी घटना स्थल पहुंची और शव बरामद किया। जिसके बाद शव का मर्ग पंचनामा तथा अग्रिम कार्यवाही की गई। आठ लाख ईनामी माओवादी कैडर देवा के संदिग्ध मौत के पीछे माओवादी संगठन में आपसी लड़ाई अथवा नक्सलियों की जनविरोधी हरकतों के कारण बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन्ही कारणों से एरिया कमेटी सदस्य देवा को अपनी जान देकर इसकी कीमत चुकानी पड़ी।
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. ने बताया गया कि सीपीआई माओवादियों द्वारा विगत कई वर्षों से क्षेत्र की जनता को मूलभूत सुविधाओं से वंचित करने हेतु सड़क, पुल-पुलिया एवं सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना एवं निर्दोष ग्रामीणों को प्रताड़ित करने जैसेे अनेक जनविरोधी, विकासविरोधी हरकतों से क्षेत्र की जनता परेशान हो चुकी है। साथ ही नक्सलियों के विरूद्ध आक्रोशित भी है। माओवादियों की इस प्रकार की विनाशकारी विचारधारा ही उनके खात्मा का सबसे बड़ा कारण बनेगी। फिलहाल इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।