जनसेवा भी एक सत्संग हैं,जनप्रतिनिधि भी कथावाचक से कम नहीं – पंडित प्रदीप मिश्रा
सबका अपना अपना कार्यक्षेत्र होता है धर्म सत्संग की तरह जनसेवा भी एक सत्संग हैं
रायपुर। सबका अपना अपना कार्यक्षेत्र होता है धर्म सत्संग की तरह जनसेवा भी एक सत्संग हैं और जनप्रतिनिधि भी किसी कथावाचक से कम नहीं। सब को अपना काम सच्ची निष्ठा व ईमानदारी से करना चाहिए। छत्तीसगढ़ की जनता काफी सहज सरल व गुणी हैं। इतनी भारी भीड़ के बीच में उनका अनुशासित होना ये बताता है कि भगवान शिव के प्रति उनकी आस्था काफी गहरी है। सभी के सामूहिक प्रयास से सत्संग का सफल आयोजन संभव हो पाया।
रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय शिवमहापुराण कथा आयोजन में पूरे समय तैयारी व व्यवस्था में जुटे रहे। इस बीच महाराजश्री से आर्शिवचन के लिए निज निवास आने का आग्रह किया जिसे वे टाल नहीं पाये और उनके आगमन पर काफी भव्य स्वागत क्षेत्र के नागरिकों ने अपने विधायक के साथ किया। ढोल धमाल आतिशबाजी पुष्प वर्षा शंखनाद मंत्रोचार के बीच स्वागत से स्वंय आचार्य अभिभूत हो गए।
विधायक विकास उपाध्याय के निवास पर स्थित बूढ़ादेव (शंकर मंदिर) में महाराज जी ने परिवारजनों के साथ जलाभिषेक किया, फिर पूजा की कुछ संक्षिप्त जानकारी दी। परिवार के सदस्यों का परिचय प्राप्त किया। महाराजश्री को शाल श्रीफल व नंदी स्मृति चिन्ह के रूप में प्रदान करते हुए चरणामृत लेकर सभी धन्य हुए। उनके विधानसभा क्षेत्र में कथावाचन के लिए विकास उपाध्याय ने महाराजश्री का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। पूरे विधानसभा क्षेत्र से भारी संख्या में पहुंचे लोगों ने भावुक अंदाज में कथा समापन पर महाराज श्री को भविष्य फिर कभी रायपुर आने का विनम्र आग्रह भी किया।