3 वर्ष पूर्व परसदा क्रिकेट स्टेडियम के गार्ड की हुए अंधे कत्ल का खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार
3 वर्ष पूर्व परसदा क्रिकेट स्टेडियम के गार्ड के हुए अंधे कत्ल के प्रकरण का पुलिस ने खुलासा किया है
रायपुर। 3 वर्ष पूर्व परसदा क्रिकेट स्टेडियम के गार्ड के हुए अंधे कत्ल के प्रकरण का पुलिस ने खुलासा किया है. इस मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस के मुताबिक चमन जांगड़े ने थाना मंदिर हसौद में सूचना दर्ज कराया कि उसका छोटा भाई देवेश जांगड़े बिना किसी को बताये कहीं चले गया है, जो अभी तक घर वापस नहीं आया है। जिस पर थाना मंदिर हसौद में गुम इंसान क्रमांक 75/2019 कायम कर जांच में लिया गया।
इसी दौरान दिनांक 30.09.2019 को सूचक चमन जांगड़े द्वारा ही थाना मंदिर हसौद क्षेत्रांतर्गत ग्राम परसदा स्थित पनखटिया तालाब के मेढ़ के किनारे उसके छोटे भाई के शव के होने की सूचना दी गई। जिस पर थाना मंदिर हसौद में मर्ग क्रमांक 90/2019 धारा 174 जा.फौ. दर्ज कर जांच में लिया गया। जांच कार्यवाही के दौरान पुलिस टीम के सदस्यों द्वारा शव को तालाब से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया।
दिनांक 11.11.2019 को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर द्वारा मृतक की मृत्यु किसी ठोस एवं भोथले वस्तु से शरीर के विभिन्न जगहों पर वार करने से आई चोटें एवं गला दबाने लेख किया गया है तथा हत्या पश्चात् अज्ञात आरोपी द्वारा साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को तालाब में फेंका जाना प्रतीत होने पर थाना मंदिर हसौद में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 552/19 धारा 302, 201 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया। जिस पर निर्देशानुसार नगर पुलिस अधीक्षक माना कल्पना वर्मा, उप पुलिस अधीक्षक अपराध दिनेश सिन्हा, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना प्रभारी मंदिर हासौद की संयुक्त टीम तैयार कर मामले के निकाल हेतु पुनः साक्ष्य संकलन व अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया। जिस पर लंबित मामलों की डायरियों का अवलोकन कर नये सिरे से विवेचना प्रारंभ किया गया।
इसी क्रम में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना मंदिर हसौद पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा तीन वर्ष पूर्व से लंबित मंदिर हसौद थानांतर्गत गा्रम परसदा में हुये मृतक देवेश की हत्या की घटना के संबंध में मृतक के भाई सहित आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ करते हुये अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल तथा उसके आस-पास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करने के साथ प्रकरण में अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु मुखबीर भी लगाये गये।
टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु लगातार तकनीकी सहायता प्राप्त करते हुए तथा अन्य प्राप्त साक्ष्यों के माध्यम अज्ञात आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान टीम के सदस्यों को घटना के पूर्व अंतिम बार मृतक देवेश जांगड़े को गांव के ही उसके साथी अमन जांगड़े, चंदशेखर एवं कमलेश के साथ ग्राम परसदा के पनखटिया तालाब में मछली पकड़ने की जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा ग्राम परसदा निवासी अमन जांगड़े को पकड़ा गया। परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर अमन जांगड़े से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि मृतक देवेश जांगड़े परसदा क्रिकेट स्टेडियम में गार्ड के रूप में कार्यरत् था तथा मृतक का गांव के ही चंदशेखर जांगड़े की पत्नी के साथ अवैध संबंध का शंका था एवं एक अन्य आरोपी के बहन के साथ संबंधों की भी चर्चा गांव में हो रही थी।
इसी बीच चंदशेखर जांगड़े ने अमन जांगड़े एवं कमलेश को देवेश जांगड़े को जान से मारकर रास्ते से हटाने की बात कहा व सबने मिलकर देवेश जांगड़े की हत्या की योजना बनाई। दिनांक घटना को पूर्व सुनियोजित योजना के अनुसार चंद्रशेखर जांगड़े एवं अमन जांगड़ेे मृतक देवेश जांगड़े को पहले लाखौली शराब दुकान ले जाकर उसको शराब पिलाये, उसके पश्चात् तीनों मृतक देवेश जांगड़े के मोटर सायकल में बैठकर ग्राम परसदा स्थित पटखनिया तालाब गये। जहां कमलेश पूर्व से मौजूद था वहां उन्होने अपना शर्ट व मोबाईल उतार कर चंद्रशेखर के ईशारे पर अमन व कमलेश मृतक देवेश को लेकर तालाब के दूसरी ओर गये। जहां वे बिजली के तार से तालाब के पानी में करंट फैलाकर मछली पकड़ने लगे।
इसी बीच मौका पाकर सुनियोजित तरिके से अमन जांगड़े एवं कमलेश ने मारपीट कर धक्का देकर नीचे गिरा दिया व मछली पकड़ने वाले बिजली के तार से मृतक देवेश जांगड़े का गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी तथा अपनी पहचान छिपाने के उद्देश्य से मृतक के शव को तालाब के किनारे छिंद पेड़ के ठूठ व झाड़ियों में छिपा दिये। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा सघन पतासाजी कर घटना में संलिप्त अन्य 02 आरोपी चंद्रशेखर जांगड़े एवं कमलेश निवासी ग्राम परसदा को भी पकड़ा गया।
विदित है कि लंबे समय से लंबित हत्या जैसे अपराधों की पुनः समिक्षा के क्रम में थाना आरंग के चार वर्ष से लंबित एवं थाना खमतराई के सितंबर 2022 में हुये अंधेकत्ल का भी खुलासा रायपुर पुलिस के द्वारा किया गया। इसे हेतु गठित विशेष टीम द्वारा अन्य लंबित गंभीर अपराधों का नये सिरे से जांच की जा रही है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त बिजली का तार जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई।
गिरफ्तार आरोपीगण-
(1) कमलेश जांगड़े पिता कोदूराम जांगड़े उम्र 32 साल निवासी ग्राम परसदा थाना मंदिर हसौद रायपुर
(2) अमन जांगड़े पिता स्व. फत्ते लाल जांगड़े उम्र 22 साल निवासी ग्राम परसदा थाना मंदिर हसौद रायपुर।
(3) चंद्रशेखर जांगड़े पिता सुखचंद जांगड़े उम्र 36 साल निवासी ग्राम परसदा थाना मंदिर हसौद रायपुर।