PCC डेलीगेट्स बैठक : राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाने सहित दो महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित, सीएम भूपेश बघेल ने रखा प्रस्ताव…
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आज पीसीसी डेलीगेट्स की बैठक हुई।
रायपुर। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आज पीसीसी डेलीगेट्स की बैठक हुई। इस बैठक में 2 महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। जिसमें पहला प्रस्ताए मोहन मरकाम ने एआईसीसी डेलिकेट का और पीसीसी चीफ प्रदेश अध्यक्ष कोषाध्यक्ष और कार्यकारिणी के गठन के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष को अधिकृत का प्रस्तुत किया है और दूसरा प्रस्ताव कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पुनः राहुल गांधी बनाने पास किया गया है।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि निर्वाचित प्रदेश प्रभारियों की बैठक प्रदेश निर्वाचन अधिकारी हुसैन दलवाई के अध्यक्षता में हुई। जिसमें विशेष रुप से प्रभारी पीएल पुनिया, चंदन यादव, मोहन मरकाम, डॉ चरणदास महंत, मंत्रिमंडल के सदस्यगण और सभी हमारे निर्वाचित पीसीसी डेलीगेट्स उपस्थित थे। जिसमें महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित हुआ पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने एआईसीसी डेलिगेट्स का प्रदेश अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और कार्यकारिणी के गठन के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष को अधिकृत किया है। और इसका समर्थन सीएम भूपेश बघेल, टीएस सिंह देव ने किया है।
सीएम बघेल ने बताया कि दूसरा प्रस्ताव राहुल गांधी पुनः कांग्रेस अध्यक्ष बने। इसके लिए उन्होंने प्रस्ताव किया, इसका समर्थन मोहन मरकाम ,टीएस सिंह देव, चरणदास महंत ने प्रेमसाय सिंह टेकाम, शिव डहरिया और अन्य साथियों ने इसका समर्थन किया है। दोनों प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ है और और इसे निर्वाचन अधिकारी के पास भेजें हैं।
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने बताया कि पीसीसी दिल्ली गेट की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। जिसमें दो प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास कर राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को अधिकृत किया गया है। जिसमें पहला प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश कार्यकारिणी उसके साथ- साथ चुनाव समिति कि जो भी नियुक्तियां है प्रदेश के उसका पूरा अधिकार सोनिया गांधी को हम सब ने अधिकृत किया है। दूसरा प्रस्ताव राहुल गांधी फिर से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने। ये सर्वसम्मति से हमने दो प्रस्ताव पास किया है और सोनिया गांधी को अधिकृत किया है। इसके साथ ही मोहन मरकाम ने अपने दूसरे कार्यकाल के सवाल पर कहा कि इसका पूरा अधिकार सोनिया गांधी के ऊपर है, किसको प्रदेश अध्यक्ष बनाना है, किसे नहीं बनाना है उनका अधिकार है। मेरा कार्यकाल में 3 साल का था, वह पूरा हो गया है। हाईकमान का जो भी दिशानिर्देश होगा उस दिशा निर्देश को एक संगठन के कार्यकर्ता के रूप में पालन करेंगे।