सोने की झाड़ू लगाकर CM भूपेश बघेल ने छेरापहरा की रस्म से की जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरूआत
देशभर में भगवान जगन्नाथ रथयात्रा की धूम मची है।
देशभर में भगवान जगन्नाथ रथयात्रा की धूम मची है। ऐसे में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रथयात्रा उत्सव मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) भी आज जगन्नाथ मंदिर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने छेरापहरा की रस्म से श्री जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरूआत की।
बता दें कि, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्यपाल अनुसुईया उईके (Anusuiya Uikey) ने गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर में छेरापहरा की रस्म पूरी कर सोने की झाड़ू से बुहारी लगाकर रथ यात्रा की शुरुआत की। इसके पहले सीएम भूपेश ने यज्ञशाला के अनुष्ठान में सम्मलित हुए और हवन कुण्ड की परिक्रमा कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने इस दौरान पूजा-अर्चना करने के बाद प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।
जानकारी के लिए बता दें कि, भगवान जगन्नाथ ओडिशा और छत्तीसगढ़ की संस्कृति से समान रूप से जुड़े हुए हैं। यह त्यौहार ओडिशा की तरह छत्तीसगढ़ की संस्कृति का भी हिस्सा है। जगन्नाथ रथ यात्रा COVID महामारी के बाद दो साल के अंतराल के बाद इस बार रथ यात्रा में भक्तों की भागीदारों की अनुमति दी गई है। वहीं, पहंडी अनुष्ठान के साथ पूरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की तैयारी पूरी हो गई है। इस त्यौहार में भीड़ का ध्यान रखते हुए ओडिशा पुलिस ने सख्त इंतज़ाम किए हैं।
12 जुलाई तक चलेगी रथ यात्रा:
बता दें, हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल पुरी में जगन्नाथ यात्रा आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को निकाली जाती है। इस बार जगन्नाथ यात्रा 1 जुलाई को निकाली गई। यह यात्रा केवल भारत में ही नहीं बल्कि कई देशों में भी निकाला जाती हैं। आज 1 जुलाई से शुरु हुई रथ यात्रा 12 जुलाई तक चलेगी, इस रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ तीन भव्य रथों में सवार होकर निकलते हैं। इस दौरान तीन बातों में से पहला रथ भगवान जगन्नाथ का, दूसरा भाई बलराम और तीसरा बहन सुभद्रा का होता है।