December 23, 2024

हसदेव अरण्य बचाओ आंदोलन में आया नया मोड़, मंत्री टीएस सिंहदेव आंदोलनकारियों से कहा- दिल्ली जाकर राहुल गांधी को बताऊंगा आपका दर्द…

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प्रदेश के पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव आज हसदेव अरण्य क्षेत्र के घाटबर्रा, हरिहरपुर, साल्ही, बासेन के दौरे के दौरान आमजनों से मुलाकात की।

TS-SINGHDEO

अम्बिकापुर। प्रदेश के पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव आज हसदेव अरण्य क्षेत्र के घाटबर्रा, हरिहरपुर, साल्ही, बासेन के दौरे के दौरान आमजनों से मुलाकात की। इस दौरान मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा, मैं दिल्ली जाकर आप सबकी मंशा, आपकी पीड़ा और हसदेव अरण्य को बचाने की आपकी मांग से हमारे नेता राहुल गांधी को अवगत कराऊंगा। उन्होंने पहले भी इस क्षेत्र में आकर इसे बचाने पर जोर दिया था तथा अभी विदेश में रहते हुए आपके आंदोलनों को जायज बताया है। मैं आपकी बात उन तक पहुंचाऊंगा।

इस दौरान घाटबर्रा पहुंचे पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने उस वन क्षेत्र का भी दौरा किया जहां पर कुछ दिन पूर्व भारी पुलिस बल की मौजूदगी में पेड़ों को काटा जा रहा था। इस दौरान मंत्री सिंहदेव ने न सिर्फ कटे हुए पेड़ो की जानकारी ली बल्कि वर्तमान में संचालित खदान के लिए काटे गए जंगल एवं वहां के पेड़ के एवज में कितने पेड़ कहां लगाये गए इसकी भी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों से ली साथ ही खदान में जहां कार्य पूर्ण हो गया है वहां मिट्टी भरने के बाद पेड़ लगे या नहीं इसकी जानकारी ली, वन विभाग के उपस्थित कर्मचारियों ने बताया कि खदान के गड्ढों को भरने के बाद अब तक पेड़ नहीं लगाये गए हैं। जिसे लेकर उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यही कारण है कि जनता का विरोध है। मैं पूछना चाहता हूं विगत दिन जो पेड़ भारी लाव-लश्कर की उपस्थिति में काटे गये, उसके एवज में दुगुना पेड़ कहा लगाया गया, मुझे जरा बतायें।

अन्यथा तो उस ग्रामसभा की जांच होनी चाहिए, उनकी भी जांच हो जो जिला पंचायत के प्रस्ताव को दरकिनार कर रहे हैं और ग्राम सभा को वैधानिक बता रहे हैं। जब कि खुद वर्तमान सरपंच सहित पंच बता रहे हैं कि कोई ग्रामसभा की वैधानिकता की जांच हेतु उनका पक्ष लेने नहीं आया, फिर उसे वैधानिक बता कर गलत जानकारी कैसे सार्वजनिक की जा सकती है। जिला पंचायत ने कहा है, जनपद ने कहा है और ग्राम पंचायत व ग्राम खुद चाहते हैं। त्रि-स्तरीय पंचायती राज की पूरी व्यवस्था चाहती है कि ग्रामसभा हो तो होगा और वहीं फैसला माना जायेगा जो ग्रामसभा से आयेगा।

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