तीन दिन और सताएंगे लू के थपेड़े, मानसून 16 जून को रायपुर पहुंचने की संभावना
छत्तीसगढ़ के मैदानी जिले लू की चपेट में हैं।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मैदानी जिले लू की चपेट में हैं। ऐसा राजस्थान और गुजरात से आ रही उत्तर पश्चिम हवाओं की वजह से हुआ है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि ऐसी स्थिति सोमवार तक बनी रहेगी। उसके बाद कुछ स्थानों पर बरसात होने से स्थिति सामान्य हो सकती है। सोमवार से बस्तर संभाग के जिलों में अंधड़ और आकाशीय बिजली गिरने की संभावनाओं वाला मौसम बनेगा।
छत्तीसगढ़ में जून का मौसम वैसे भी सबसे गर्म होता है। इस बीच देश के दूसरों इलाकों में पड़ रही भीषण गर्मी का असर भी यहां के मौसम पर दिख रहा है। रायपुर से कोरबा और रायगढ़ से राजनांदगांव तक के पूरे ब्लॉक में दिन का तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस तक ऊपर चला गया है। वहीं रात का तापमान भी सामान्य से बहुत अधिक है।मौसम विभाग ने बताया है कि अगले दो दिनों तक राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर, महासमुंद, बलौदा बाजार, बेमेतरा, जांजगीर-चांपा, मुंगेली, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ जिलों में लू चल सकती है अथवा लू की स्थिति बन सकती है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, इस मौसम में वैसे भी सूर्य की गर्मी से सतह काफी गर्म हो जाती है। ऊपर से छत्तीसगढ़ के मध्य भाग में गुजरात और राजस्थान से उत्तर-पश्चिम हवा आ रही है। यह अपेक्षाकृत काफी गर्म है। इसकी वजह से लू जैसी स्थिति बन रही है। मौसम का यह रूप सोमवार तक बना रह सकता है। उसके बाद कुछ हिस्सों में छिटपुट बरसात से तापमान कम होगा। हालांकि उसके बाद हवा में नमी की मात्रा बढ़ने से उमस बढ़ जाएगी।लोकल सिस्टम, लेकिन बरसात की संभावना नहींमौसम विभाग के मुताबिक एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। वहीं एक द्रोणिका पूर्वी उत्तर प्रदेश से नगालैण्ड तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। इसके बाद भी प्रदेश का मौसम मुख्य रूप से सूखा रहने की ही संभावना है। अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। लेकिन इसमें कोई गिरावट भी नहीं होगी।