विधानसभा में उठा पलायन का मुद्दा, स्पीकर बोले – ठोस कार्ययोजना बनाएं
विधानसभा सत्र के दौरान सोमवार को पलायन का मुद्दा उठा.
रायपुर। विधानसभा सत्र के दौरान सोमवार को पलायन का मुद्दा उठा. विधानसभा अध्यक्ष ने आसंदी से कहा कि पलायन छत्तीसगढ़ के माथे पर कलंक है. महासमुंद, मुंगेली, जांजगीर और बिलासपुर सहित ऐसे कुछ जिले हैं, जहां से पलायन बहुत होता है. मेरा ये निर्देश है कि पलायन रुके इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर काम करें.
कांग्रेस विधायक धनेंद्र साहू ने प्रश्नकाल में पलायन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि विभाग की ओर से दी गई जानकारी सही नहीं लग रही है. इस पर मंत्री शिव डहेरिया ने कहा कि आंकड़े थानों और राजस्व विभाग से आये हैं. इस पर धनेंद्र साहू ने कहा कि माफिया लोग सक्रिय हैं. पुलिस और राजस्व विभाग के संरक्षण में बड़ी तादाद में पलायन होता है. 22 दिन काम पर 108 करोड़ का भुगतान है. सिर्फ मनरेगा में काम देकर पलायन नहीं रोका जा सकता है.
मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि मजदूर अगर बेहतर मजदूरी के लिए बाहर जाता है, तो उनका पंजीयन कर अनुमति दी जाती है. अगर ज्यादा पलायन हो रहा है, तो कार्रवाई करेंगे. सदस्य बताएंगे तो जांच भी करवा लेंगे. स्किल मैपिंग के निर्देश कलेक्टरों को दिया गया है. छोटे-बड़े उद्योगों में भी रोजगार दिया जा रहा है.