बजट सत्र; 31%मंहगाई भत्ता मप्र.ने भी दिया,पुरानीपेंशन, मंहगाई भत्ता,गृहभाड़ा भत्ता, बजट सत्र 9 मार्च को घोषित हो
छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संध ने देश में यूक्रेन युद्व के कारण डीजल, पेट्रोल, सहित जीवनोपयोगी वस्तुओं की कीमतें भयावह तरीके से बढ़कर आसमान छू रही है
रायपुर, छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संध ने देश में यूक्रेन युद्व के कारण डीजल, पेट्रोल, सहित जीवनोपयोगी वस्तुओं की कीमतें भयावह तरीके से बढ़कर आसमान छू रही है। ऐसी स्थिति में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा केन्द्रीय कर्मचारियों की भाॅति 31 प्रतिशत् मंहगाई भत्ता घोषित किया गया है। ऐसी स्थिति में प्रदेश के कर्मचारियों के इंतजार की धडि़यां समाप्त होनी चाहिए तथा प्रदेश के कर्मचारियों को भी लंबित 14 प्रतिशत् मंहगाई भत्ता प्रदान कर, केन्द्रीय कर्मचारियों के समकक्ष 31 प्रतिशत् मंहगाई भत्ता, 20 प्रतिशत् गृहभाड़ा, तथा वर्ष 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग मुख्य मंत्री से की है। ताकि छत्तीसगढ़ सरकार का बजट बचत बनकर सामने आवे।
संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विजय कुमार झा ने बताया है कि 2004 के बाद नियुक्त प्रदेश के शासकीय सेवकों को पुरानी पेंशन लागू करने का निर्णय इस बजट सत्र में किए जाने की मांग मुख्यमंत्री से की है। प्रदेश के लाखों कर्मचारियों के इंतजार की धडि़या समाप्त हो सके। इसी प्रकार मध्यप्रदेश सरकार ने अपने कर्मचारियों को 31 प्रतिशत् मंहगाई भत्ता बढ़ाकर 31 प्रतिशत् करते हुए केन्द्रीय कर्मचारियों के समान मंहगाई भत्ता प्रदान कर दी है। अब छत्तीसगढ़ सरकार की बारी है, जो केन्द्रीय कर्मचारियों के समान 7 वेंतनमान् में वेतन भत्तों का पुनरीक्षण कर पुरानी पेंशन योजना लगू कर छत्तीसगढ़ की जनता के खून पसीने की कमाई का करोड़ों रूपये बचाया जा सके। इस योजना के लागू होने से प्रति माह 1400 करोड़ रूपये सरकार द्वारा दिए जा रहे अंशदान की राशि बचेगी। पुरानी पेंशन योजना ऐसी मांग है, जिससे सरकार व कर्मचारी दोनों को लाभ होगा। इसलिए आंदोलन विरोध का इंतजार किए बिना 9 मार्च को प्रस्तावित बजट में इन मांगों को शामिल कर केन्द्र सरकार के कर्मचारी विरोधी नीति का प्रतिकार करते हुए छत्तीसगढ़ में कर्मचारी हितैषी सरकार साािबत हो सके।
संघ के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष अजय तिवारी, महांत्री उमेश मुदलियार, संभागीय अध्यक्ष संजय शर्मा प्रांतीय सचिव विश्वनाथ ध्रुव, प्रांतीय कोषाध्यक्ष रविराज पिल्लें, नरेश वाढ़ेर प्रदीप उपाध्याय, भजन बाध, बजरंग मिश्रा, मिलाप यादव, गोपाल प्रसाद साहू अनियमित कर्मचारी संध, विश्व विद्यालय कर्मचारी संघ अध्यक्ष श्रवण सिंह ठाकुर, सचिव प्रदीप कुमार मिश्रा, संतलाल साहू रत्नाकर साहू आदि ने की है।