बड़ी खबर: अवैध पटाखा फैक्ट्री में बड़ा धमाका, आग लगने से 6 महिलाएं जिंदा जलीं और 14 मजदूर बुरी तरह घायल…
हिमाचल प्रदेश के ऊना शहर से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है.
हिमाचल प्रदेश के ऊना शहर से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है. जहां पर आज मंगलवार सुबह एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका हो गया। इस हादसे में 18 महिलाओं समेत कुल 20 मजदूर भीषण आग की चपेट में आ गए। जिसमें 6 महिलाएं मौके पर ही जिंदा जल गई। वही 10 महिलाओं की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है. यह महिलाएं 80 परसेंट तक जल चुकी है। इन्हें पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है. वहीं बाकी का ईलाज ऊना के अस्पताल में ही किया जा रहा है। बता दें कि, यह हादसा करीब सुबह 10:15 पर हुआ. जिसके बाद मजदूर बुरी तरह से आग की चपेट में आ गए।
आपको बता दें कि यह महिलाएं करीब 1 घंटे तक आग में जलती रही. उन्हें किसी ने बचाया तक नहीं. करीब 11:30 बजे फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. वही आग की चपेट में आकर घायल होने वाले मजदूरों में 12 महिलाएं और दो पुरुष हेल्पर भी शामिल थे।वहीं विभाग अपना पल्ला झाड़ते हुए दिख रहा है। विभाग ने कहा कि बिना एनओसी के फैक्ट्री चल रही थी।
ऊना के टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र में पहले धर्म कांटा बनाने का काम चल रहा था. बीते करीब 7 महीने से इस जगह पर अवैध रूप से पटाखे बनाने का काम शुरू हो गया था. इस दौरान सुरक्षा मानकों का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा था. जिसके चलते यह भीषण हादसा हुआ. मंगलवार सुबह हुए इस हादसे में 25 से ज्यादा कर्मचारी फैक्ट्री में काम कर रहे थे. अचानक धमाके के बाद आग लगने पर कुछ लोग तो वहां से बाहर निकले, लेकिन वही 20 लोग आग की चपेट में आ गए।जिनमें 6 महिलाएं बुरी तरह से जिंदा जल गई, वही 10 बुरी तरह घायल भी हो गई।वहीं, डीसी ऊना के अनुसार पुलिस जांच में जुट गई है. यदि सरकार आदेश देती है यह संवेदनशील मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि पटाखा फैक्ट्री किसकी अनुमति से चल रही थी इसकी जानकारी उद्योग विभाग से भी मांगी गई है।
उधर, प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में हुए फैक्ट्री हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे। मृतकों और घायलों में कुछ मजदूर यूपी के, कुछ बिहार और एक पंजाब से है।
इस हादसे के सभी घायल दूसरे राज्यों से आए प्रवासी मजदूर हैं. हादसे में झुलसे लोगों की पहचान नरासरा पुत्री नूरा संतोखगढ़ ऊना, लसरत पत्नी अली हुसैन संतोखगढ़ ऊना, हसगिरी पत्नी नूरा संतोखगढ़ ऊना, जूशी पुत्र चंद्रपाल हरोली ऊना, नसरीन पत्नी सलीम संतोखगढ़ ऊना, शकीला पत्नी नवी हुसैन संतोखगढ़ ऊना, इसरत पत्नी मोहम्मद मोबिन संतोखगढ़ ऊना, अशमा पत्नी मालू संतोखगढ़ ऊना, नतिशा अब्दुल जावेद संतोखगढ़ ऊना, मुस्कान पुत्री छोटे सलीम संतोखगढ़ ऊना, जाफरी पत्नी नूर मोहम्मद संतोखगढ़ ऊना, फारा पुत्री सागीर संतोखगढ़ ऊना तथा जशेल पुत्र बरठी होली के तौर पर हुई है।