मूणत का धरना समाप्त, लेकिन आंदोलन विस्तार और आक्रामकता के साथ जारी रहेगा…
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने नारियल पानी पिलाकर समाप्त कराया.
रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने नारियल पानी पिलाकर समाप्त कराया. पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में मूणत धरने पर बैठे थे. इस दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल समेत कई नेता मौजूद रहे. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इस संघर्ष की शुरुआत युवा मोर्चा और राजेश मूणत ने की है. राज्य सरकार की प्रताड़ना और पुलिस प्रशासन के रैवये के खिलाफ धरना चल रहा था. जिस प्रकार युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को 30-40 पुलिस वालों के साथ घेरकर मारपीट की गई, और उनको बचाने राजेश मूणत पहुंचे, तो उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया गया. हमारे कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट हुई, राजेश मूणत के साथ धक्का-मुक्की हुई है, उनका मोबाइल छीना गया है.
उन्होंने कहा कि पुलिस के ऐसे व्यवहार के विरोध में हजारों कार्यकर्ता कल से राजेश मूणत के साथ धरना दे रहे थे. हमने बड़े आंदोलन की रूपरेखा तय की थी. लेकिन राष्ट्रीय शोक के कारण कार्यक्रमों को स्थगित किया गया. हम प्रदेश व्यापी से लेकर जिला स्तर तक आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगे. आज अभी हम राष्ट्रीय शोक के कारण इस धरने को समाप्त कर रहे हैं. वहीं पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि इस सरकार की सोच नकारात्मक है, ये सरकार लोकतंत्र पर विश्वास नहीं करती है. यह सरकार विपक्ष की आवाज दबाने के लिए किसी भी हद तक गिर जा रही है, फर्जी मामले बनाए जाते हैं, प्रताड़ित करते हैं. पूरे प्रदेश में वातावरण बन चुका है कि कांग्रेस के नेता कहीं भी कुछ भी करें उन्हें छूट है, लेकिन भाजपा के नेता किसी मुद्दे को उठाते हैं तो उसे पुलिस प्रशासन प्रताड़ना करने से पीछे नहीं हटते है
उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिन से जो घटना चल रही है. उस पर भी पुलिस प्रशासन का रवैया बहुत खराब रहा है. लेकिन अब भाजपा हर कार्यकर्ता प्रदेश सरकार की नाकामियों को उजागर करने के लिए तैयार है. हम सरकार की नाकामियों को सबके सामने लाएंगे. बता दें कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के दौरे के दौरान हुए विवाद पर कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज किए जाने का विवाद पर दूसरे दिन भी भाजपा नेताओं में गुस्सा बरकरार था. रायपुर बंद के अलावा पैदल मार्च और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की पूरी तैयारी थी, लेकिन लता मंगेशकर के निधन की वजह से राष्ट्रीय शोक को देखते हुए भाजपा ने अपना कार्यक्रम स्थगित कर दिया. पार्टी अब सरकार के खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन की तैयारी करेगी