ड्रग्स के दो पैडलरो के साथ उनके सरगना भी गिरफ्तार
ड्रग्स के दो पैडलरो के साथ उनके सरगना को गिरफ्तार करने में बिलासपुर पुलिस को सफलता मिली है।
बिलासपुर। ड्रग्स के दो पैडलरो के साथ उनके सरगना को गिरफ्तार करने में बिलासपुर पुलिस को सफलता मिली है। गिरफ्तार युवकों से प्रतिबंधित ड्रग एमडीएमए (मेथेलिन डाई ओक्सी मेथेम फेटामाईन) मिली है। उक्त ड्रग म्याऊ म्याऊ के नाम से भी नशेडियों के बीच फेमस हैं। बिलासपुर जिले में नारकोटिक्स सेल बनने के बाद यह पहली कार्यवाही हुई है।
मामले में मिली जानकारी के अनुसार नवगठित नारकोटिक्स सेल को मुखबिर से सूचना मिली कि राजकिशोर नगर चौक में एक व्यक्ति प्रतिबन्धित एमडीएमए लेकर बेचने की फिराक में घूम रहा है। टीम ने घेराबंदी कर पीठ में बैग लटका कर रखे 28 वर्षीय युवक अश्वनी साहू पिता रविशंकर साहू निवासी ग्राम हसुआ पोस्ट गिधौरी थाना गिधौरी जिला बलौदाबाजार हाल मुकाम सूर्या विहार थाना सुपेला जिला दुर्ग को पकड़ा। उसके बैग की तलाशी लेने पर जीपर पैकेट में रखे साढ़े तीन ग्राम एमडीएमए नशीले पदार्थ को जब्त किया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह भिलाई व रायपुर के नाईट क्लबो में काम करता था। जहां वह ड्रग्स के सौदागरो के सम्पर्क में आया और ड्रग्स पैडलर का काम करने लगा।
आरोपी ने बताया कि उसे रायपुर में रहने वाले आकाश भारद्वाज के द्वारा यह नशीला पदार्थ देकर तस्करी कराई जाती है। और इस कार्य मे उसका सहयोग आदर्श अग्रवाल नामक व्यक्ति करता है। मिले सुराग के आधार पर पुलिस ने रायपुर से 27 वर्षीय आकाश भारद्वाज पिता ब्रम्हप्रकाश भारद्वाज निवासी निवासी उत्तम नगर पश्चिम दिल्ली व 21 वर्षीय आदर्श अग्रवाल पिता शत्रुहन अग्रवाल निवासी एमएमआई अस्पताल कैम्पस रायपुर को पकड़ा। दोनो की तलाशी में एमडीएमए जब्त हुआ।आरोपी आकाश भारद्वाज ने बताया कि वह दिल्ली का रहने वाला है वहां उसने दोस्तो की संगत में प्रतिबंधित ड्रग्स लेना सीखा था। बाद में शादी के बाद रायपुर में आ कर बस गया और अपने शौक को व्यवसाय बना लिया। और अपने इस्तेमाल के अलावा बाहर से एमडीएमए ड्रग्स ला कर सप्लाई शुरू किया। इसमे मुख्य आरोपी आकाश भारद्वाज कभी भी सीधे तौर पर सप्लाई में संलिप्त नही रहा बल्कि इसके लिये आदर्श अग्रवाल व अश्वनी साहू को अपना पैडलर बनाया। व इन्ही के माध्यम से वह तस्करी को अंजाम दिया करता था। पुलिस ने तीनो आरोपियो से लगभग 11.5 एमडीएमए जब्त किया जिसकी कीमत 60 हजार हैं। आरोपियो के खिलाफ 21 एनडीपीएस एक्ट की कार्यवाही की गई हैं।