सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन पर 2 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा, अंतिम दर्शन के लिए शिवाजी पार्क में रखी जाएगी पार्थिव देह…
सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर कोरोना से जंग हार कर आज दुनिया को अलविदा कह गईं है।
रायपुर– सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर कोरोना से जंग हार कर आज दुनिया को अलविदा कह गईं है। 92 साल की लता जी ने कोरोना और निमोनिया दोनों से 29 दिन तक एक साथ जंग लड़ी। जिसके बाद आज सुबह उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली।बता दें, सुर साम्राज्ञी लता जी के निधन पर 2 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। उनकी पार्थिव देह अंतिम दर्शनों के लिए शिवाजी पार्क में रखी जाएगी।
2001 में भारत रत्न से नवाजा गया था लता मंगेशकर जी को…
लता मंगेशकर को 2001 में संगीत की दुनिया में उनके योगदान के लिए भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था। इसके पहले भी उन्हें कई सम्मान दिए गए, जिसमें पद्म विभूषण, पद्म भूषण और दादा साहेब फाल्के सम्मान भी शामिल हैं। कम ही लोग जानते हैं कि लता जी गायिका के साथ संगीतकार भी थीं और उनका अपना फिल्म प्रोडक्शन भी था, जिसके बैनर तले बनी फिल्म “लेकिन” थी, इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट गायिका का नेशनल अवॉर्ड भी मिला था, 61 साल की उम्र में गाने के लिए नेशनल अवॉर्ड जीतने वाली वे एकमात्र गायिका रहीं। इसके अलावा भी फिल्म “लेकिन” को 5 और नेशनल अवॉर्ड मिले थे।