प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का बुरा हाल,ग्रामीणों को हो रही दिक्कतें,शिकायतों के बाद भी सड़क कार्य नहीं हुआ मरम्मत, उग्र आंदोलन की चेतावनी, खास रिपोर्ट
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संवाददाता – इमाम हसन
सूरजपुर – छत्तीसगढ़ सरकार प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए वाहवाही बटोर रही है। लेकिन वास्तविकता देख कर आप भी हैरान हो जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में सुगम यातायात के लिए बनी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का उपयोग अब भारी मालवाहको के चलने से सड़क की बखिया उधड़ने लगी है। सूरजपुर के कल्याणपुर, आखोर मार्ग पर बनी रोड में पीएमजीएसवाई सड़क में रोजाना भारी मालवाहक और ओवरलोड वाहन बेधड़क गुजर रहे हैं। जिसके कारण सड़क की क्षमता जवाब देने लगी है। इन सड़कों का गांवों को शहर सहित मुख्यालय से सीधे जोड़ने और सुगम यातायात के लिए निर्माण किया गया है। लेकिन भारी मालवाहक इसका उपयोग शार्टकट के चक्कर में कर रहे है।
दरअसल ये उबड़-खाबड़ रास्ते की तस्वीरें देख अनुमान लगाना मुश्किल है कि ये क्या वाकई प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क है। केन्द्र सरकार ने पीएमजीएसवाई योजना के जरिए ग्रामीणों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सड़क निर्माण कराया। लेकिन जब योजना लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाए तो क्या? करोड़ों की लागत से बने हुए सड़कों की जर्जर हालत बड़ी समस्या बनी हुई है। पीएमजीएसवाय विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों की लापरवाही से सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों को बारहमासी पक्की सड़क से जोड़ने की योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। सड़क पर चलने वाले आवरलोड वाहनों ने सड़क की हालत ख़राब कर दी है। ग्रामीणों का कहना हैं कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना करीब आठ साल पहले बनाई गई है। लेकिन क्रेशर मशीन से निकलने वाले ओवरलोड गिट्टी के वाहनों ने सड़क को तहस-नहस कर दिया है। वहीं बड़ी गाड़ियों के चलने से आय दिन दुर्घटना देखने को मिलती है। वहीं धूल डस्ट से सड़क पर चलना भी किसी फ़ज़ीहत से कम नहीं है।