फिल्मी स्टाइल में पुलिस ने पकड़े 11 लाख समेत 10 जुआरी, मजदूर बनकर की थी रेकी
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई तीन में पुलिस ने बड़े जुआरियों के फड़ को ध्वस्त कर दिया है। 52 परियों के खेल में पके 10 जुआरियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, तो उनके कब्जे से 11 लाख रुपए नगद भी बरामद किए गए हैं। बड़ी बात यह है कि इस पूरे मामले की जानकारी भिलाई —3 थाना प्रभारी को थी, लेकिन कार्रवाई एसएसपी बीएन मीणा के निर्देश पर एएसपी संजय ध्रुव की टीम को करनी पड़ी है।
जुआरियों के इस बड़े फड़ का भंडाफोड़ होने के बाद अब भिलाई—3 थाना प्रभारी और मातहतों पर सवाल खड़े हो गया है। बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई के होने के बाद भिलाई—3 पुलिस को बुलाना पड़ा था। जिसे देखते हुए एसएसपी मीणा की निगाहें अब तिरछी हो गई हैं, जिसका खामियाजा भिलाई—3 थाना प्रभारी और उनके स्टाफ को भुगतनी पड़ सकती है।
इस मामले को लेकर एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि भिलाई—3 थाना क्षेत्र अंतर्गत सिरसाकला के खार में रोजाना जुआरियों का मजमा लगने की जानकारी मिल रही थी। एसएसपी बीएन मीणा के निर्देश पर स्पेशल टीम गठित की गई। जुएं के फड़ में दबिश देने की जानकारी मात्र तीन से चार अधिकारियों को ही थी। इसकी जानकारी भिलाई तीन थाना को भी नहीं दी गई थी।
इनकी हुई गिरफ्तार
स्पेशल टीम सिरसाकला खार में जब पहुंची वहां जुआरियों का मजमा लगा हुआ था। पुलिस ने चारों तरफ से घेरकर जैसे ही दबिश दी वहां भगदड़ मच गई। पुलिस ने यहां से सतनामी पारा सिरसा निवासी मुरली साहू (42), सेक्टर-2 निवासी शिव शंकर भट्ट (55), राजनांदगांव के लाल खान (55), रायपुर के अमरलाल तलरेजा (47), सेक्टर-1 के सौरभ कुमार (32), रायपुर के कमल सचदेव (31), प्रकाश पाल (40), देव कुमार (58), सुपेला के दिनेश साहू (38) और पाटन निवासी श्याम दास सिन्हा (63) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से लगभग 11 लाख रुपए नगद रकम भी जब्त किया है।
मजदूरों का भेष बनाया था
जुआरियों को पुलिस की रेड की खबर न हो इसके लिए पुलिस की स्पेशल टीम मजदूर बनकर वहां पहुंची। पुलिस के अधिकारी और जवानों ने बनियान, लुंगी और सिर पर गमछा बांधकर हाथ में लाठी और टोकनी भी लेकर फड़ तक पहुंचे। जुआरियों को लगा मजदूर काम करके घऱ लौट रहे हैं। इसलिए वह संजू सरदार को सूचना नहीं दे पाए। पुलिस जैसे ही वहां पहुंची और जुआरियों को चारों तरफ से घेरने लगी। जुआरियों में भगदड़ मच गई। इसमें कई लोग मोटी रकम लेकर भागने में कामयाब भी हो गए।