मंत्री लखमा की फिसली जुबान कहा-मैं दुखी हूं, चुनाव में अधिकारी-कर्मचारियों का समर्थन मिला, गरमाई सियासत
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की जीत के साथ ही सभी जगह जश्न का माहौल देखने को मिल रहा है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की जीत के साथ ही सभी जगह जश्न का माहौल देखने को मिल रहा है। ऐसे में आबकारी मंत्री कवासी लखमा की जीत की खुशी जाहिर करते हुए फिसली जुबान ने चुनाव पर ही प्रश्न चिन्ह खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कह दिया कि, ‘मैं दुखी हूं, चुनाव में अधिकारी-कर्मचारियों का भी समर्थन मिला है।’ बाद में उन्होंने सफाई देते हुए अपने शब्दों को संभाल लिया। कवासी लखमा की फिसली जुबान से सियासत और गरमा गई है।
बस्तर संभाग की भी कुल 4 नगरीय निकायों में कांग्रेस ने विजय हासिल की। जिसके बाद आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने जगदलपुर में संवाददाताओं से चर्चा में कहा इस बात पर दुखी हूं, फिर कहा खुशी है। यहां की जनता बहुत समझदार है। यहां के आदिवासी पहले जैसे नहीं रह गए। चुनाव में आदिवासी और व्यापारी लोगों ने समर्थन दिया है। बातों-बातों में लखमा ने कह दिया कि अधिकारी-कर्मचारी लोगों ने भी समर्थन दिया है। फिर अटकती जुबान पर सफाई देते हुए कहा कि चुनाव कराने पुलिस विभाग के भी अधिकारी होते हैं। पुलिस विभाग ने भी बहुत मेहनत की और सुरक्षा दी है।
केदार को दी चुनौती
कवासी लखमा ने भाजपा के पूर्व मंत्री केदार कश्यप को भी जमकर घेरा है। लखमा ने कहा कि, चुनाव में बड़े-बड़े नेता हारते हैं और जीतते हैं। केदार कश्यप को सुकमा के कोंटा में 10 दिनों तक डेरा डाल कर बैठना उनकी राजनीति को मिट्टी में मिलाना हो गया है। कोंटा जैसे एक छोटे से नगर पंचायत में 2 दिन में प्रचार होता है, लेकिन वे 10 दिनों तक प्रचार करते रहे। बस्तर के सभी बड़े नेता कोंटा में डेरा डाले थे। केदार कश्यप हर घर जाकर बोले कि मैं छत्तीसगढ़ का होने वाला अगला मुख्यमंत्री हूं। वो मुख्यमंत्री तो तब बनेंगे जब चुनाव जीतेंगे। नारायणपुर में मैं उनको निपटाऊंगा।
कांग्रेस सेटिंग से जीती-केदार
लखमा के बयान पर पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि, मंत्री जी के मुंह से आखिर निकल ही गया कि निकाय चुनाव में कांग्रेस सेटिंग से जीती है। अधिकारी-कर्मचारियों पर सत्ता का दबाव बनाकर उन्हें डराया धमकाया गया है। 2 साल बाकी है, फिर जनता आने वाले चुनाव में छत्तीसगढ़ से कांग्रेस की सरकार को उखाड़ कर फेंक देगी। मुख्यमंत्री बनूंगा कह कर वोट मांगने वाला खेल कांग्रेसियों में चलता है। हमारे यहां विधायक और पार्टी तय करती है। मैंने अपने आप को कभी ऐसा प्रस्तुत नहीं किया है। मैं तो अभी विधायक भी नहीं हूं। लखमा के केदार को निपटाऊंगा वाले बयान पर केदार कश्यप ने कहा की नारायणपुर में उनका स्वागत है।