बिलासपुर रेल मंडल को 10 नए एलएचबी स्लीपर कोच मिले, तैयार होने लगी छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस की दूसरी रैक
बिलासपुर रेल मंडल को 10 नए एलएचबी स्लीपर कोच मिले हैं। इसके आते ही कोरबा- अमृतसर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस की दूसरी रैक भी तैयार होने लगी है।
बिलासपुर।बिलासपुर रेल मंडल को 10 नए एलएचबी स्लीपर कोच मिले हैं। इसके आते ही कोरबा- अमृतसर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस की दूसरी रैक भी तैयार होने लगी है। तैयारी देखते हुए यह उम्मीद है कि इस महीने के अंत ट्रेन की दूसरी रैक भी एलएचबी कोच के साथ चलने लगेगी। इसके बाद केवल एक रैक ही एलएचबी कोच होने से बच जाएगी।
यह ट्रेन बिलासपुर रेल मंडल की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन है। इस ट्रेन के यात्रियों का सफर आरामदायक और सुरक्षित करने के लिए ही रेलवे ने इसे एलएचबी कोच के साथ चलाने का निर्णय लिया है। एक रैक तो एलएचबी कोच के साथ चल भी रही है।बची तो रैक के लिए रेल मंडल लगातार प्रयास कर रहा था। हालांकि दूसरी रैक भी अब तक तैयार हो जाती है। पर स्लीपर कोच नहीं होने के कारण बाकी के कोच यार्ड में खड़े थे। पर आवश्यकतानुसार 10 नए एलएचबी स्लीपर कोच उपलब्ध करा दिए गए हैं।
इसके आते कोचिंग डिपो को जितनी जल्द ही हो सके रैक तैयार करने के लिए निर्देश दिया गया है। इस पर अब अमल होना भी शुरू हो गया है। हालांकि सबसे पहले नए कोच का परीक्षण किया जा रहा है। छुटपुट कमी, सफाई आदि होने के बाद बाकी के कोच से जोड़कर रैक तैयार किया जाएगा। यह ट्रेन करीब 20 कोच के साथ चलती है।
जिनमें 10 स्लीपर, चार एसी-3 और एक- एक एसी-2 व एस-1 के अलावा जनरेटर कार और पेंट्रीकार शामिल है। मालूम हो कि यह ट्रेन कोरोना काल से पहले सातों दिन चलती थी। लेकिन वर्तमान में केवल तीन दिन इस ट्रेन की सुविधा मिल रही है। इसलिए अभी केवल तीन रैक का उपयोग हो रहा है