डीजीपी ने पदभार संभालते ही चिटफंड कंपनियों के खिलाफ जांच तेज करवा दी
चिटफंड कंपनियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई नहीं होने से मुख्यमंत्री खासे नाराज हैं।
रायपुर | चिटफंड कंपनियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई नहीं होने से मुख्यमंत्री खासे नाराज हैं। यही वजह कि नए डीजीपी ने पदभार संभालते ही चिटफंड कंपनियों के खिलाफ जांच तेज करवा दी है। राज्य के नए डीजीपी अशोक जुनेजा सोमवार को सभी एसपी की पहली मीटिंग लेंगे। वीडियो कांफ्रेंसिंग से होने वाली इस मीटिंग में चिटफंड, साइबर क्राइम, अपराधों की संख्या तथा राजनीतिक व आदिवासियों से जुड़े मामलों की अपडेट रिपोर्ट लेकर बैठने कहा गया है।
इस मीटिंग में आईजी इंटेलिजेंस के साथ-साथ सभी रेंज के आईजी भी मौजूद रहेंगे। ज्वॉइनिंग के दिन ही डीजीपी अशोक जुनेजा ने स्पष्ट कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता बेसिक पुलिसिंग को और मजबूत करने पर होगी। इसका असर अब जिलों में साफ दिखाई दे रहा है। जिलों के एसपी ने कंपनियों के खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई की गई है इसकी डिटेल निकलवानी शुरू कर दी है।
रायपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल ने रविवार को सिविल लाइन, तेलीबांधा और आजाद चौक के थानेदारों की बैठक ली। अफसरों ने बताया कि आजाद चौक में 7, सिविल लाइन में 5 और तेलीबांधा में चिटफंड कंपनियों के खिलाफ 7 मामले दर्ज हैं