एमआर ही बन गया दवाइयों का डीलर, बगैर लाइसेंस के डाला गोदाम…पड़ा छापा
राजधानी में अवैध होम्योपैथिक दवाइयों की एक बड़ी खेप पकड़ाई है। इन दवाइयों की कीमत तक़रीबन 20 लाख रुपए बताई जा रही है।
रायपुर। राजधानी में अवैध होम्योपैथिक दवाइयों की एक बड़ी खेप पकड़ाई है। इन दवाइयों की कीमत तक़रीबन 20 लाख रुपए बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक ये दवाइयां बगैर लाइंसेस के ही स्टोर कर कम्पनी में काम करने वाले एक एमआर के द्वारा ही सप्लाई की जा रही थी। जिसकी शिकायत के बाद औषधि विभाग ने ये कार्यवाही की है।
औषधि विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक होम्योपैथी की ये दवाईयां न्यू लाइफ लैबोरेटरिस प्राइवेट लिमिटेड की बताई जा रही है, जो भोपाल में संचालित है।
राजधानी रायपुर में इस कंपनी के मेडिकल रिप्रजेंटेटिव ब्रजेश गुप्ता ने सीधे मुनाफा कमाने की नियत से शहर के गुढ़ियारी में एक किराए का मकान लेकर बड़ी मात्रा में होम्योपैथी की दवाएं स्टोर कर रखा था। जो बाजार में डिमांड के मुताबिक सप्लाई किया करता था। बृजेश ने गोदाम बगैर किसी लाइसेंस के ही खोल रकह था जिसकी शिकायत मिलने पर ये कार्यवाही हुई है।
डीलर ने की थी शिकायत
औषधि विभाग में इसकी शिकायत न्यू लाइफ लैबोरेटरिस प्राइवेट लिमिटेड के डीलर मुकेश तिवारी ने की थी,जिसके बाद ये पूरा मामला राज्य औषधि नियंत्रक केडी कुंजाम के संज्ञान में आया और ये कार्यवाही की गई। गुढ़ियारी में दवाओं के भंडारण की जांच करने औषधि निरीक्षक नीरज साहू अपनी टीम के साथ जांच करने पहुंचे थे। जहाँ 40 से ज़्यादा बक्सों में 10 से अधिक तरह के होम्योपैथी दवाएं भरी हुई थीं। जब बृजेश से इस संबंध में लाइसेंस पूछा गया तब उसने गोलमोल जवाब दिया जिसके बाद अफसरों की टीम दवाएं जप्त कर कार्यवाही की है।