राष्ट्रपति एवार्डेड वीनर ‘प्रियंका बिस्सा’ का तीन दिवसीय बस्तर प्रवास, युवाओं के मोटीवेशन कैम्प के साथ अंतिम व्यक्ति के व्यक्तित्व विकास पर रखेगी अपनी प्रजेंटेशन
संवाददाता : विजय पचौरी
जगदलपुर |छत्तीसगढ़ की बेटी के नाम से प्रसिद्ध राष्ट्रपति एवार्डेड वीनर प्रियंका बिस्सा तीन दिवसीय प्रवास पर आई हुई है। तीन दिनों तक युवाओं के लिए आयोजित मोटीवेशन कैम्प के लिए आई हुई है, उनके द्वारा स्वयं सेवी संस्था युवोदय के व्यक्तित्व विकास पर कार्यशाला में अपना प्रजेंटेशन देंगी। राष्ट्रपति एवार्डेड वीनर बिस्सा अंतिम व्यक्ति तक पहुंच कर उनके व्यक्तित्व विकास पर अपनी बात रखेगी।प्रियंका बिस्सा 10 वर्षों से सामाजिक क्षेत्र में कार्य कर रही है, उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 300 से अधिक पुरस्कार जीते हैं।
उनकी असाधारण सेवाओं के लिए उन्हें युवाओं के लिए देश का सर्वोच्च सम्मान ” राष्ट्रीय सेवा योजना राष्ट्रपति सम्मान 2019″ प्राप्त हुआ। प्रियंका बिस्सा करमवीर चक्र पुरस्कार से भी सम्मानित है। प्रियंका विकलांगता सुधार, बाल एवं महिला शिक्षा, महिला सशक्तीकरण, युवा नेतृत्व , पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता, लैंगिक समानता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं।प्रियंका बिस्सा ने 11,550 से अधिक व्यक्तियों को पंजीकृत कर भारत का पहला रक्त परीक्षण कार्ड दिया है। प्रियंका बिस्सा को 2019 में भारत – चीन के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत सरकार द्वारा भारतीय युवा राजदूत बनीं और चीन में भारत का प्रतिनिधित्व बहुत सरहानिय रूप में किया ।
भारत की पहली युवा संसद में देश के 8,500 युवाओं में प्रियंका विजेता रही और भारत सरकार द्वारा उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया जिनके द्वारा महिला स्वास्थ्य व स्वच्छता क्षेत्र में कार्य करने सैनिटरी पैड डिस्पेंसर मशीन स्थापित किया। प्रियंका के सुझाव को अमल कर छत्तीसगढ़ सरकार ने 2018 के राज्य के बजट में सैनेटरी पैड वितरित करने की योजना बनाई। प्रियंका बिस्सा की जीवनी और उपलब्धियों को संघ लोकसेवा आयोग व राज्य लोक सेवा आयोग चयन पुस्तिकाओं में शामिल किया हैं और प्रियंका पर आधारित 2020 सिविल सेवा परीक्षा में उन पर एक प्रश्न भी पूछा गया था। छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है कि प्रियंका बिस्सा ने अंतरराष्ट्रीय युवा संघ के विभिन्न देशों के युवाओं को संबोधित किया । प्रवासी भारतीय दिवस के उपलक्ष में 45 देशों के बीच भारत का प्रतिनिधित्व किया।