अपने राशन कार्ड में जल्द करवाए ये सुधार, नहीं तो हो सकती है जेल!
नई दिल्ली| राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सरकार कार्डधारी प्रत्येक व्यक्ति को हर महीने पांच किलो गेहूं और चावल दो से तीन रुपये की बहुत कम कीमत पर उपलब्ध कराती है. गरीबी रेखा के नीचे यानी बीपीएल कार्ड और अत्योंदय कार्ड धारकों को सरकार की तरफ से ज्यादा राशन मिलता है. ऐसे में लोग सरकारी योजना का फायदा उठाने के लिए राशन कार्ड बनवा रहे हैं और सरकार भी इसके लिए पहल कर रही हैं.
अगर आप भी राशन कार्ड बनवाना चाहते हैं या किसी का नाम जुड़वाना चाहते हैं तो फर्जी कागजात का इस्तेमाल न करें, वरना यह आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है और आपको जेल या जुर्माना अथवा दोनों से दंडित किया जा सकता है.कई बार लोग इस सेवा के लिए शर्तों को पूरा नहीं करने के बावजूद इसी वर्ग का राशन कार्ड बनवा लेते हैं. इसके लिए वे फर्जी दस्तावेज जमा कर देते हैं या कोई और तरीका अपना कर बीपीएल वाला या अत्योंदय का राशन कार्ड बनवा लेते हैं.
फूड सिक्योरिटी एक्ट में फर्जी तरीके का इस्तेमाल कर या फर्जी राशन बनवाना पहले से ही दंडनीय अपराध है, लेकिन इस पर अब सख्ती बरती जा रही है. अगर कोई फर्जी राशन कार्ड बनवाने का दोषी पाया जाता है तो उसको पांच साल की जेल या जुर्माना अथवा दोनों से दंडित किया जा सकता है.अगर आपके पास राशन कार्ड नहीं है तो भी आप इसे ऑनलाइन बनवा सकते हैं. राशन कार्ड ऑनलाइन बनवाने के लिए हर राज्य की तरफ से एक खास वेबसाइट बनाई गई है. आप जिस राज्यर के निवासी हैं, उसकी वेबसाइट पर जाकर इसके लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं. 18 साल से कम उम्र के बच्चों का नाम पेरेंट्स के राशन कार्ड में शामिल किया जाता है. मगर 18 साल से ऊपर वाले अपने लिए अलग राशन कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं.