December 23, 2024

कोरोना का कहर! 71 जेलों में बंद 10 हजार से ज्यादा कैदी जेलों से अस्थाई रूप से छोड़े गए

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यूपी| कोरोना के कोहराम से कैदियों से ठसाठस भरी देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की जेलें भी महफूज नहीं रह सकीं. सूबे की 71 जेलों में बंद एक लाख 6 हजार कैदियों की भीड़ कम करने के लिए मार्च 2020 से अब तक (25 मई 2021) 10 हजार 123 विचाराधीन/सजायाफ्ता कैदी मजबूरन पैरोल/अंतरिम जमानत पर छोड़ने पड़े. हांलांकि यह सब कोरोना से बचाव के लिए हिंदुस्तान की सर्वोच्च न्यायालय से हासिल दिशा निर्देशों के अनुपालन में करना पड़ा है. ताकि कैदियों की बेइंतहाई भीड़ को कम करके, किसी तरह कोरोना संक्रमण फैलने से राज्य की जेलों को बचाया जा सके.

इस अवधि में राज्य की जेलों से रिहा किये गये कैदियों की दो कैटेगरी निर्धारित की गयीं. पहली कैटेगरी में अंतरिम जमानत पर कुल 8463 विचाराधीन कैदी और पैरोल जैसी दूसरी कैटेगरी में 1660 सजायाफ्ता कैदियों की अस्थाई रिहाई की गयी. राज्य की जेलों से अगर एक ही दिन में (24 मई 2021) अंतरिम जमानत पर छोड़े गये विचाराधीन कैदियों के आंकड़ों पर नजर डाली जाये तो, यह संख्या 143 थी. इस मद में सबसे ज्यादा 22 कैदी एक ही दिन में बरेली जिला जेल से छोड़े गये. जबकि अलीगढ़ और उन्नाव जिला जेल से अंतरिम जमानत पर 24 मई 2021 को रिहा किये गये विचाराधीन कैदियों की संख्या 18-18 थी.

8463 विचाराधीन कैदी रिहा

इन तमाम आंकड़ों की पुष्टि मंगलवार को राज्य के जेल महानिदेशक प्रशांत कुमार ने भी की. राज्य जेल महानिदेशालय के मुताबिक, मौजूदा वक्त में राज्य की 71 जेलों में बंद करके रखे गये कैदियों की कुल संख्या 1 लाख 6 हजार 26 है. इनमें विचाराधीन और सजायाफ्ता दोनो ही श्रेणी के कैदी शामिल हैं. जब कोरोना संक्रमण से कोहराम मचना शुरु हुआ तो, भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने जेलों में पहले से मौजूद बेतहाशा भीड़ को कम करने का उपाय खोजा. सुप्रीम कोर्ट से हासिल उन्हीं दिशा-निर्देशों के तहत देश भर की जेलों में बंद कैदियों को पैरोल और अंतरिम जमानत पर अस्थाई रुप से बाहर निकालने का काम शुरु किया गया था. बीते साल मार्च महीने से लेकर 24 मई 2021 तक राज्य की जेलों से अब तक कुल 8463 विचाराधीन कैदी अंतरिम जमानत पर रिहा करके जेलों से बाहर भेजे जा चुके हैं. इनमें अंतरिम जमानत पर अब तक सबसे ज्यादा रिहा किये गये विचाराधीन कैदियों की संख्या (704) दिल्ली से सटे डासना, गाजियाबाद जिला जेल में रही.

1660 सजायाफ्ता कैदी रिहा

राज्य जेल महानिदेशालय के आंकड़ों के मुताबिक, इसी तरह इस श्रेणी में बीते साल मार्च महीने से 24 मई 2021 तक जिला जेल अलीगढ़ (445), जिला जेल लखनऊ (398), जिला जेल गौतमबुद्ध नगर (397), आगरा जिला जेल (362) और मुरादाबाद जिला जेल से अंतरिम जमानत पर रिहा किये गये कैदियों की कुल संख्या 308 रही. एक ही दिन में अगर किसी जेल से सबसे ज्यादा सजायाफ्तामुजरिमों को पैरोल पर रिहा किये जाने की बात की जाये तो, इस नजरिये से कानपुर देहात की जेल पहले नंबर पर रही. यहां 25 मई 2021 को एक ही दिन में 8 सजायाफ्ता मुजरिमों को पैरोल पर रिहा किया गया. जबकि पूरे कोरोना काल में राज्य की 71 जेलों में बंद सजायाफ्ता कैदियों को पैरोल पर रिहा किये जाने के आंकड़ों पर नजर डाली जाये तो यह संख्या 1660 रही. अगर अब तक पूरे कोरोना काल में सबसे ज्यादा सजायाफ्ता मुजरिमो को पैरोल पर छोड़ने के आंकड़ों पर नजर डाली जाये, तो इस लिहाज से बरेली जिला जेल पहले नंबर पर आती है. जहां से अब तक 66 सजायाफ्ता मुजरिमों को अस्थाई रुप से जेल से बाहर भेजा गया है.

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