बड़ी खबर: शराब दुकान के कर्मचारी ने किया लाखों रुपयों का हेरा फेरी, लगभग 32 लाख रूपए को ब्याज में देने का मामला आया सामने… जाँच में जुटी पुलिस
संवाददाता : कामिनी साहू
राजनांदगांव। प्रदेश सहित जिले भर में कोरोना का कहर जारी है. लेकिन आपदा में अवसर तलाशने वालों की कमी नहीं है. कोई रेमडीसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहा है, तो कोई दवाईयों की. लेकिन खैरागढ़ में एक अजीब मामला सामने आया है. जिसमें शराब दुकान का पैसा ब्याज में चलाया जा रहा था. जिस पर खैरागढ़ थाना में शिकायत दर्ज की गई है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खैरागढ़ थाना अंतर्गत आने वाले शराब दुकानों में रोजाना पैसा का कलेक्शन कर बैंक में जमा किया जाता था. इसी बीच शराब दुकान के लगभग 32 लाख रूपए को ब्याज में देने का मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार शराब दुकान का पैसा कलेक्शन करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने एजेंसी को इसका काम दिया है.
इसी के तहत खैरागढ़ में भी एक एजेंसी को इसका काम दिया गया है. सूत्र बता रहे है कि यह काम सीएमएस कम्पनी को दिया गया था. यहां पदस्थ कर्मचारी ने लगभग 32 लाख रूपए ब्याज में किसी अन्य व्यक्ति को दे दिया है. जिस पर कम्पनी द्वारा अपने कर्मचारी जिसका नाम अखिलेश सोनी बताया जा रहा है, उसके खिलाफ थाना में शिकायत की गई है. शिकायत के आधार पर जांच में कई चौकाने वाली बातें सामने आई है।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
शराब दुकान के पैसे को रोटेशन में बैंक में जमा किया जाता था. रोज का कलेक्शन लाखों में रहता था. रोटेशन में पैसा जमा होने के कारण यह पता नहीं चल पा रहा था कि बीच में की गई गड़बड़ी के पैसे कहा है. लगभग दो माह के लाक डाऊन के दौरान बैंक में पैसा जमा नहीं हुआ. कम्पनी के कर्मचारी द्वारा लगभग 32 लाख रूपए के हिसाब नहीं मिलने पर कर्मचारियों द्वारा इसकी जांच शुरू की गई तो बता चला कि कम्पनी के कर्मचारी द्वारा लगभग 32 लाख रूपए की हेराफेरी की गई है. जिसकी शिकायत करने पर पता चला कि कर्मचारी अखिलेश सोनी द्वारा उक्त 32 लाख रूपए अपने पहचान वालों को ब्याज में दिया है. अखिलेश द्वारा उक्त पैसे वापस मांगने पर सामने वाली पार्टी ने हाथ खडे कर दिया है।
आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज
खैरागढ़ थाना से मिली जानकारी के अनुसार शराब दुकान के पैसा का कलेक्शन कर बैंक में जमा नहीं होने की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धारा 407, 408, 409 आईपीसी के तहत जुर्म दर्ज कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि आरोपी अखिलेश सोनी द्वारा लगभग 32 लाख रूपए की हेराफेरी करते हुए अमानत में खयानत का काम किया है. लगभग 32 लाख रूपए को अपने पहचान वालों को ब्याज में दिया गया है. जिसकी जांच की जा रही है।
हमारा पैसा सेफ- तोमर सहायक आबकारी आयुक्त (राजनांदगांव)
इस संबंध में सहायक आबकारी आयुक्त राजनांदगांव नवीन प्रताप तोमर का कहना है कि हमारा पैसा सेफ है. जिस एजेंसी को यह काम दिया गया है, उसकी जवाबदेही होती है कि वह पैसे को बैंक में जमा कराए. शराब दुकान से पैसा कलेक्शन करके एजेंसी द्वारा हमें रिसिब्ड दी जाती है. इसके बाद की जबावदारी उक्त एजेंसी की होती है, यदि बैंक में पैसा जमा नहीं होता है तो उसकी रिकवरी एजेंसी से की जाती है.