40 वर्षों से बांध के इंतेजार, हजारों ग्रामीण सिंचाई के अभाव में कृषि क्षेत्र में पिछड़े,जनपद उपाध्यक्ष नरेन्द्र यादव ने बांध बनाने का लिया संकल्प
संवाददाता- इमाम हसन
सूरजपुर- किसानो की उन्नत खेती और सिंचाई व्यवस्था के लिए सरकार हर साल कई योजना संचालित करती है।लेकिन सूरजपुर जिले के हजारो किसानो को सिंचाई सुविधा मुहैया कराने वाला एक बांध का निर्माण पिछले चालिस साल से विभाग के दस्तावेजो मे दबा पङा है।किसान सिंचाई सुविधा के अभाव मे परेशान है
कृषि बाहुल्य सूरजपुर जिले मे किसानो के हित के लिए जल संरक्षण व संवर्धन के लिए कई योजनाओ के साथ अभियान चलाया जाता है।लेकिन करतमा गांव की स्थिति कुछ और है। दरअसल पिल्खा पहाङ से लगे करतमा गांव मे साल 1980 के लगभग लाखो की लागत से एक बांध का निर्माण किया जाना था।जिससे लगभग दो दर्जन गांव के हजारो किसानो को सिंचाई का लाभ मिलना था।ऐसे मे बांध निर्माण के प्रोजेक्ट मे अधिग्रहित भूमि के कई किसानो को मुआवजा भी वितरण कर दिया गया था। लेकिन कुछ जमीन वन विभाग की होने और एन ओ सी नही मिलने के कारण बांध का निर्माण शुरु नही हो सका और मामला दस्तावेजो मे ही दब गया। लेकिन किसान सिंचाई अभाव मे कृषि मे पिछे होते चले गए और चालिस सालो से केवल परेशान ही है।
एक ओर करतमा गांव समेत दो दर्जन गांव के किसान चालिस सालो से शासन कि ओर निगाहे टिकाए बैठे है। लेकिन कोई पहल नही हुआ। ऐसे मे बदलते राजनैतिक दौर मे जनप्रतिनिधियो का बदलाव ग्रामीणों के लिए एक आस बना हुआ है। जहां विभागो की उदासीनता से त्रस्त किसानो कि समस्या क्षेत्र के युवा जनपद उपाध्यक्ष नरेन्द्र यादव को पता चला तो उसने बांध बनाने का संकल्प ले लिया है। जहा जनपद उपाध्यक्ष ने बताया कि किसानो के माध्यम से उनकी बांध कि समस्या का पता चला है।जहां वन विभाग से एन ओ सी मिलने की जानकारी मिली है।वही अब जल्द ही बांध के निर्माण कार्य शुरु कराने के लिए शासन स्तर पर प्रयास करेंगे।जिससे जल्द ही हजारो किसानो के सिंचाई कि समस्या दुर हो सके।