VIDEO: उप स्वास्थ्य केन्द्र से डॉक्टर और नर्स गायब, कोरोना टेस्ट के लिए भटक रहे ग्रामीण… चपरासी के भरोसे स्वास्थ्य केंद्र
संवाददाता : कामिनी साहू
राजनांदगाव| राजनांदगाव जिले के डोंगरगांव विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मुसरा और ग्राम कुसमी के उप स्वास्थ्य केन्द्रों मे डाँ और नर्स स्टाँफ नही होने के कारण कोविड मरीज को दवाई देने वाला जिम्मेदार डाँ और फार्मेसिस कोई नही जिसके कारण ग्रामीण भटक रहे और परेशान हो रहे है| वही दोनो गांव के ग्रामीणो ने जल्द स्वास्थ्य सुविधाएं के सुधार नही होने पर दोनो उप स्वास्थ्य केन्द्र पर ताला लगाने प्रशासन को दी चेतावनी।
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पूरा प्रदेश कोरोना माहमारी संक्रमित बीमारी से भयभीत है और रोजना पाँजिटिव मरीज व मरने वालो की संख्या बढती जा रही है| वही कल राजनांदगाव के स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था को तत्काल सुधाने के निर्देश छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने दिया है|लेकिन जिले के डोंगरगांव विधानसभा क्षेत्र के हजार से भी अधिक आबादी वाले ग्राम पंचायत मुसरा और कुसमी के उप स्वास्थ केन्द्र है पर मुसरा उप स्वास्थ्य केन्द्र की बात करे तो डॉक्टर और नही है| दो एन एम है जिसमे एक कोरोना पाँजिटिव है, और एन एम को मुढिया मोहारा अटैज कर दिया है|
एक नर्स है वो भी कोरोना पाँजिटिव है, स्वास्थ्य केन्द्र मे दवाई देने वाला फार्मेसिस भी कोरोना से पीडित है| वही कुसमी उप स्वास्थ्य केन्द्र मे एक डाँक्टर सिन्हा थे वो मुसरा और कुसमी उप स्वास्थ्य केन्द्र का विजिट करते थे लेकिन उनका ड्यूटी डोगंरगढ कोविड सेंटर मे लगा दिया गया है।
वही को कुछ दिनो से कोविड को टेस्ट के लिए प्रशासन को पत्र लिखने के बाद, पिछले दो दिनो से मुसरा उप स्वास्थ्य केन्द्र खुल रहा है लेकिन पाँजिटिव मरीज को दवाई देने वाला स्टाँफ नही होने के कारण ग्रामीण भटक रहे है और स्वास्थ्य केन्द्र चपरासी ,लैब टैनिसन और कम्प्यूटर आँपरेटर के भरोसे है।
कोरोना माहमारी जिले मे पैर पसारे हुए है| वही जिले मे स्वास्थ्य सुविधाएं लचर है जिस पर.हमेशा विवाद मे रहा है| राजनांदगाव जिला अस्पताल में सहित जिले मे स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्था को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने आदेश जारी किया हैं की राजनांदगाव के स्वास्थ्य सुविधाएं को तत्काल सुनिश्चित करे|
वही जिले के डोंगरगांव विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मुसरा और ग्राम कुसमी उप स्वास्थ्य केन्द्र मे ग्राम डुंडेरा,कातलवाही,कोल्हियापुरी,ठेकवा ,कनारडबरी ,सलटिकरी,ढोढकी छीपा पलान्दुर ,दोनो पारा गांव आरबीरा ,अलीवारा व बेलगाव के लगभग 10 हजार से अधिक ग्रामीण निवासरत है और इन उप स्वास्थ्य केन्द्र मे अपना इलाज कराते है लेकिन अभी दोनो उप स्वास्थ्य केन्द्र मे डॉक्टर-नर्स और फार्मेसिस नही होने के कारण पिछले दो दिनो से कोरोना टेस्ट होने के बाद मरीजो को दवाई देने वाला कोई स्टाँफ नही है|
लोग भटक रहे है अस्पताल चपरासी ,कम्प्यूटर आँपरेटर और लैब टैक्निशन के भरोसे है, जो ना तो मरीज को देख सकते है और ना ही दवाई दे सकते है| पूरी तरह स्वास्थ्य सुविधाएं चरमराई हूई है| वही कोरोना मरीज शहर आ रहे है तो बैड नही मिल रही है और मृत होकर वापस गांव आने का डर समाया हुआ है।
मुसरा गांव के सरपंच कमल निर्मलकर ने बताया की केन्द्र मे डाँक्टर ,नर्स ,फार्मेसिस की कमी और कोरोना टेस्ट मे ग्रामीणों को काफी असुविधा होने का लिखित पत्र द्वारा जिला प्रशासन को अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक कोई पहल जिला प्रशासन ने नही की है| वही ग्रामीणो ने प्रशासन को चेतावनी दी है की दो तीन दिन मे जिला प्रशासन स्वास्थ्य सुविधा को सुनिश्चित नही करती तो मुसरा और कुसमी के उप स्वास्थ्य केन्द्र मे ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।