कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने पकड़ा रेमडेसिविर इन्जेक्शन की कालाबाजारी करने वाले दो तस्कारियों को?… भाजपा ने कसा तंज, कहा- ‘उनको अपनी सरकार और पुलिस पर भरोसा नही’
रायपुर| देश में कोरोना का कहर जारी हैं, लगातार कोरोना के मामले में वृद्धि हो रही हैं| इसी बीच रेमडेसिविर इन्जेक्शन की भारी किल्लत देखने को मिल रही हैं लेकिन इसमें कितना सच हैं.. इस पर न जाते हुए हम आपको छत्तीसगढ़ में चल रहें रेमडेसिविर इन्जेक्शन पर राजनितिक घमासान को बताते हैं जिसको लेकर खूब आरोप-प्रत्यारोप चल रहा हैं|
दरअसल, कल कांग्रेस के प्रवक्ता विकास तिवारी ने सोशल मीडिया के मध्यम से ये जानकारी दी है कि उन्होने रेमडेसिविर इन्जेक्शन की कालाबाजारी करते दो लोग को पकडा हैं, इस बात को लेकर भाजपा उनके कंधे पर बन्दुक रखकर साकार को घेर रही हैं|
आपको बता दें, भाजपा ने कहा- आश्चर्य इस बात का है कि उन्होने कालाबाजारी करने वालो का नाम नही उजागर किया और उनको ऐसे ही छोड़ दिया गया, क्या वो कर्मचारी किसी कांग्रेस नेता के रिश्तेदार थे और नही तो किस दबाव मे उनको छोडा गया ये विकास तिवारी बताये ?
अगर वो छोटे कर्मचारी थे तो उनको पुलिस को सौपकर बडी मछली तक क्यो नही पहुचा गया क्या तिवारी जी को अपनी सरकार पर भरोसा नही रहा क्या ड्रग विभाग की मिली भगत से सारा खेल हो रहा है, जिस पर किसी कोई लगाम नही है।
ऐसा क्या हुआ कि कांग्रेस के नेता इन इन्जेक्शन के दलालो को खुद पकड़ने निकले है… क्या उनको भी अपनी सरकार और पुलिस पर भरोसा नही? इस घटना ने भूपेश सरकार की नाकामी और कमजोरी को उजागर करने का काम किया है।
अगर वाकई मे विकास तिवारी ने ऐसा कोई मामला पकडा है तो उसके तह तक जाकर बडी मछलियो को सजा दिलाए तथा सरकार इन सब घटनाओ के लिये माफी मांगे तथा दोषियो पर कडी कार्यवाही करे।