बॉलीवुड की वो हसीन अभिनेत्रियां जिन्होंने एक्टिंग छोड़ अपनाया धर्म का रास्ता, जानें ऐसी कुछ बॉलीवुड एक्ट्रेस के बारे में
मुंबई। बॉलीवुड की चकाचौंध से एक्टर्स की जिंदगी बदल जाती है। जिस तरह वे सफलता हासिल करके सांतवे आसमान पर पहुंच जाते हैं उसी तरह कुछ सितारे ऐसे भी हैं जिन्हें फिल्म इंडस्ट्री की ये रंगीन दुनिया रास नहीं आती और वे इसे छोड़ने का फैसला कर लेते हैं।
बॉलीवुड स्टार्स का बैकग्राउंड जाने तो हर एक इंसान अलग-अलग रास्तों पर चलकर यहां आया है। इन्हीं सितारों में से कुछ ऐसी बॉलीवुड की हसीनाएं हैं जिन्होंने बॉलीवुड में अपने करियर को छोड़ अध्यात्म को सबसे ऊपर रखा है। जानिए कौन-कौन सी बॉलीवुड एक्ट्रेसेस हैं जिन्होंने एक्टिंग करियर को छोड़कर स्पिरिचुअलिटी को अपना लिया है।
ममता कुलकर्णी
अपने समय की बोल्ड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी का करियर जितना सफल रहा उतना ही विवादो से भी घिरा रहा। ममता ने सलमान खान, आमिर खान, गोविंदा सभी के साथ काम किया। 20 अप्रैल 1972 को मुंबई में जन्मीं ममता कुलकर्णी ने 1992 में रिलीज हुई फिल्म ‘तिरंगा’ से अपने करियर की शुरुआत की इस फिल्म में उनका छोटा सा रोल था। साल 1993 में आई फिल्म ‘आशिक आवारा’ ममता की पहली हिट फिल्म रही। उन्होंने ‘करण अर्जुन’, ‘क्रांतिवीर’, ‘वक्त हमारा है’, ‘बाजी’ जैसी कई हिट फिल्में दीं।
इसके अलावा ममता कुलकर्णी का अफेयर अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के साथ रहा। छोटा राजन ने राजकुमार संतोषी जैसे बड़े डायरेक्टर्स को धमकाकर कई बार ममता कुलकर्णी को उनके पसंद के किरदार दिलवाए। फिल्मी करियर को अलविदा कहने के बाद ममता ने ड्रग स्मग्लर विक्की (विक्रम गोस्वामी) से शादी कर ली।
जिसके बाद ममता दुबई चली गई और करीब 10 साल वहां विक्रम के साथ रही। इन दोनो को केन्या में गिरफ्तार किया गया था। ड्रग स्मग्लिंग में नाम आने के बाद ममता कुलकर्णी का करियर खत्म हो गया। अब ममता सन्यासिनी का जीवन जी रही हैं। 2013 में आई उनकी ऑटोबायोग्राफी जिसका नाम ऑटोबायोग्राफी ऑफ अ योगिनी है, में बॉलीवुड का साथ छोड़ने और अध्यात्म का रास्ता अपनाने का कारण बताया था।
सना खान
बिग बॉस से नाम कमाने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री सना खान ने गोवा, हल्ला बोल, जय हो जैसी तमाम फिल्मों में काम किया है। इन फिल्मों से उन्होंने खूब लोकप्रियता हासिल की थी, कुछ ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी वह दिखी हैं जिसके बाद से अचानक यह खबर आई कि उन्होंने बॉलीवुड की जगमगाती दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है। सना खान ने यह फैसला लिया है कि अब वह खुदा के रास्ते पर चल कर इंसानियत के लिए काम करेंगी।
अनु अग्रवाल
21 साल की उम्र में इंडस्ट्री में कदम रखने वाली अनु ने ‘आशिकी’ में अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया। फिल्म के गाने आज भी चर्चित हैं। इसके बाद भी उनकी ‘गजब तमाशा’, ‘खलनायिका’, ‘कन्यादान’ और ‘किंग अंकल’ जैसी कई फिल्में आई और चली गई, पता ही नहीं चला।
उन्होंने एक तमिल फिल्म ‘थिरुदा थिरुदा’ में भी काम किया। वे 1995 में शॉर्ट फिल्म ‘द क्लाउड डोर’ में दिखीं जिससे एकबार फिर वे चर्चा में आईं। 1996 में वे आखिरी बार फिल्म ‘रिटर्न ऑफ ज्वेल थीफ’ में नजर आई। 1996 में अनु ने इस चकाचौंध भरी दुनिया को अलविदा कह योग और अध्यात्म को अपना लिया।