तिहाड़ जेल पहुँचा कोरोना, महिला जेल सुपरिटेंडेंट समेत दो और डॉक्टर हुए संक्रमित
नई दिल्ली। चाक चौबंद और एशिया की सबसे सुरक्षित समझी जाने वाली दिल्ली की जेलों में जानलेवा कोरोना ने फिर पांव पसारने शुरू कर दिए हैं. इस बार एक महिला जेल सुपरिटेंडेंट भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गई हैं. तिहाड़ जेल महानिदेशालय के मुताबिक चौथी लहर में अब तक यहां बंद 67 कैदियों सहित कुल 78 लोगों को कोरोना ने अपनी चपेट में लिया है. कोरोना की चपेट में आने वाले इन लोगों में जेल के दो डॉक्टर भी शामिल हैं. सभी संक्रमितों को जरूरत के मुताबिक क्वारंटाइन कर दिया गया है.
इन तमाम तथ्यों की पुष्टि दिल्ली जेल महानिदेशक संदीप गोयल भी करते हैं. जानकारी के मुताबिक, जो 78 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं, उनमें दो जेल डॉक्टर और एक महिला जेल सुपरिटेंडेंट सहित 11 जेल स्टाफ और अधिकारी शामिल हैं. बाकी कोरोना संक्रमितों में कैदी शामिल हैं. जेल महानिदेशालय के मुताबिक अब तक 190 कैदी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं, जबकि जेल कर्मियों के मामले में ये आंकड़ा 304 तक जा पहुंचा है. अब जो 78 संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से 67 कैदियों को छोड़ तकरीबन बाकी सभी सही हो चुके हैं.
संक्रमित 11 जेल अफसरों-कर्मचारियों का अभी इलाज चल रहा है. इन सबको गहन चिकित्सा निगरानी में रखा गया है. जेल महानिदेशक के मुताबिक 2020 (मार्च) में जब कोरोना की पहली लहर आई थी, तब से अब तक 2 कोरोना संक्रमितों कैदियों की मौत हो चुकी है. 2021 में किसी भी कोरोना संक्रमित की मौत नहीं हुई. जेल महानिदेशालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 12 अप्रैल (2021) तक कुल 59 कैदियों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी, जबकि दो दिन बाद ही यानि 14 अप्रैल को यह संख्या बढ़कर 67 तक पहुंच गई. मंडोली में मौजूद जेल नंबर-12 में तैनात महिला जेल सुपरिटेंडेंट को भी गहन चिकित्सा निगरानी में रखा गया है.
डीजी दिल्ली जेल के मुताबिक कोरोना से बचाव के लिए दिल्ली की सभी 16 जेलों और जेल महानिदेशालय में सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है. नियमित सैनेटाइजेशन कराया जा रहा है. मास्क पहनना हर किसी के लिए अनिवार्य कर दिया गया है. कैदी हो या फिर स्टाफ हर किसो को बार-बार हाथ धोने के लिए हर जेल और हर जेल दफ्तर में साबुन इत्यादि का इंतजाम 24 घंटे किया जा रहा है. जेल में सोशल डिस्टेंसिंग कड़ाई से लागू रह सके इसी के मद्देनजर बीच में खोल दी गई कैदियों की फिजीकल मुलाकात पर भी तत्काल प्रभाव से पाबंदी लगा दी गई है.