तानाशाह किम जोंग उन की बहन ने अमेरिका को दी धमकी
नई दिल्ली। नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन ने पहली बार अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडन पर निशाना साधते हुए धमकी दी है। उन्होंने अमेरिका और साउथ कोरिया के सैन्य अभ्यास की निंदा की। साथ ही यह भी कहा कि अगर चार साल तक आराम से सोना है तो अमेरिका को उकसावे की कार्रवाई नहीं करनी चाहिए।
ऐसे में अब दुनियाभर के एक्सपर्ट्स की नजरें आने वाले दिनों में नॉर्थ कोरिया और अमेरिका के रिश्तों पर लग गई हैं। किम जोंग उन की बहन ने अमेरिका को गंदगी पैदा करने के खिलाफ चेतावनी दी। नॉर्थ कोरिया की यह धमकी ऐसे समय पर आई है, जब अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन नॉर्थ कोरिया और अन्य क्षेत्रीय मुद्दों पर जापान और साउथ कोरिया से बात करने के लिए एशिया आए हैं। इसके बाद ही नॉर्थ कोरिया ने यह बयान जारी किया है।
नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग-उन की बहन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा, ”उसे अगले चार साल तक रात में आराम से सोना है तो वह उकसावे की कोई कार्रवाई न करें।” दोनों मंत्री तोक्यो में मंगलवार को बातचीत करेंगे और अगले दिन सियोल में अधिकारियों से मिलेंगे। नॉर्थ कोरिया के अंतर-कोरियाई मामले संभालने वाली किम यो जोंग ने कहा कि नॉर्थ कोरिया को अगर साउथ कोरिया के साथ सहयोग नहीं करना हुआ, तो वह सैन्य तनाव को कम करने के लिए हुए 2018 के द्विपक्षीय समझौते से बाहर आने पर विचार करेगा और अंतर-कोरियाई संबंधों को संभालने के लिए गठित एक दशक पुरानी सत्तारूढ़ पार्टी इकाई को भी भंग कर देगा।
प्योंगयांग के ऑफिशियल न्यूजपेपर रोदोंग सिनमन में प्रकाशित बयान के अनुसार, उन्होंने कहा, ”हम साउथ कोरिया के व्यवहार और उसके रुख पर नजर रखेंगे। अगर उसका व्यवहार और उकसाने वाला हुआ, तो हम असाधारण कदम उठाएंगे।” उन्होंने कहा कि वह इस मौके का इस्तेमाल अमेरिका के नए प्रशासन को सलाह देना के लिए भी करना चाहेंगी, जो उन्हें उकसाने के लिए काफी उतारू है। किम यो जोंग ने कहा, ”वे ऐसी चीजें ना करें, जिनसे शुरुआत से ही उनकी नींद खराब हो जाए।”
साउथ कोरिया और अमेरिका के बीच वार्षिक सैन्य अभियान पिछले सप्ताह शुरू हुआ था, जो गुरुवार तक चलेगा। इससे पहले भी कई बार, उत्तर कोरिया इस सैन्य अभ्यास को आक्रमण की तैयारी बता चुका है और इसका जवाब मिसाइल परीक्षण करके दे चुका है। वहीं, जनवरी महीने में जो बाइडन के शपथ लेने से कुछ समय पहले किम ने अमेरिका केा अपने देश का प्रमुख दुश्मन बताया था और प्योंगयांग ने एक सैन्य परेड में एक पनडुब्बी-लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल का अनावरण किया था।