संघर्ष की प्रतिमूर्ति नारी शक्तियों का हुआ सम्मान,महिला दिवस के पूर्व सँध्या संघर्षशील महिलाओं का साड़ी-श्रीफल सम्मान,समाज का अस्तित्व है नारी – भगवानू
रायपुर – सामाजिक कल्याण मंच (Organisation for Social Welfare ) के अध्यक्ष विवेक तनवानी ने कहा महिलाओं के लिए 8 मार्च का दिन खास होता है। इस दिन को देश और दुनिया भर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। जहाँ जगह जगह समाज की सफल और सशक्त महिलाओं का सम्मान किया जाता है। ऐसे में महिला दिवस के पूर्व सँध्या सामाजिक संस्था के सामाजिक कल्याण मंच के द्वारा तपती धूप में सड़क किनारे फल, सब्जी, मिट्टी के बर्तन बेचने वाली तथा सिलाई कढ़ाई कर संघर्ष करते हुए अपने परिवार का भरण पोषण करने वाली दर्जनों संघर्षशील महिलाओं का राजधानी में साड़ी-श्रीफ़ल देकर सम्मान किया गया।
इस दौरान सामाजिक संस्था के संयोजक अधिवक्ता भगवानू नायक कहा देश दुनिया और समाज का अस्तित्व नारी से है, जिनके बिना प्रगतिशील समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। हमारे देश मे नारियों की पूजा की जाती है, हमारे धर्म मे धन की प्रतीक लक्ष्मी, ज्ञान की प्रतीक सरस्वती और शक्ति की प्रतीक दुर्गा के रुप में पूजा जाता है। यहाँ देवी वीरांगना लक्ष्मीबाई, अहिल्याबाई होलकर, सावित्री बाई फुले, मदर टेरेसा, इला भट्ट, महादेवी वर्मा, राजकुमारी अमृत कौर, अरुणा आसफ अली, सुचेता कृपलानी, कस्तूरबा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्व इंदिरा गाँधी आदि जैसी प्रसिद्ध महिलाओं ने संघर्ष करते हुए अपना और देश का नाम रोशन किया है।