दोस्त, दोस्त ना रहा: चिढ़ाने व गाली-गलौज को लेकर मामला इतना बढ़ा, की दोस्त ने कर दी दोस्त की हत्या… जाने पूरा मामला
दुर्ग। देश प्रदेश में नए साल के शुरुआत से ही अनेक घटनाएं और अपराध की खबर लगातार सामने आ रही है। बीते दिनों दुर्ग जिले के पुलगांव थाना के अंतर्गत हुए नाबालिक की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। बता दे पुलिस में 6 घंटे के भीतर ही 14 वर्षीय धनेश्वर साहू उस पप्पू की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया हैं।
पूरा मामला
दुर्ग जिले के पुलगांव थाना के अंतर्गत आने वाले पुलगांव बस्ती में कल दोपहर को थाना में सूचना प्राप्त हुई कि, वहां के शासकीय प्राथमिक शाला पुलगांव के तीसरी मंजिल में एक नाबालिग लड़के की लाश पड़ी हुई है। सूचना मिलने पर तत्काल दुर्ग पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित झा के निर्देशन में घटनास्थल पर पहुंचे एवम घटनास्थल का मुआयना किया गया।
घटना स्थल के मुआयना के दौरान यह बात सामने आई कि 14 वर्षीय वर्षीय युवक दानेश्वर साहू उर्फ पप्पू का शव प्राथमिक शाला पुलगांव के तीसरे मंजिल पर पड़ा हुआ है। तीसरी मंजिल पर जाने के लिए कोई भी सीढ़ी नहीं है इससे यह बात स्पष्ट हुई कि तीसरी मंजिल चढ़ने वाले ऐसे युवकों की खोज की जाए जो वहां अक्सर जाया करते हैं।
तत्पश्चात पुलिस ने कार्यवाही करते हुए पूछताछ शुरू किया बता दे, मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए मौके पर एफएसएल की टीम एवं डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया। बता दें एफएसएल टीम के प्रभारी डॉ मनोज पटेल ने बताया कि यह मामला किसी चीज से गले में बंद कर मौत की गई है जिसमें लगभग 2 से 3 लोग शामिल हो सकते हैं।
पुलिस ने मृतक के परिजनों को उसके दोस्तों से पूछताछ शुरू किया इसी दौरान मुखबीर द्वारा सूचना प्राप्त हुई मृतक आख़िरी समय में अपने कुछ दोस्तों के साथ देखा गया है जिनकी उम्र क्रमशः 17 वर्ष एवं 15 वर्ष है उन्होंने बताया कि दानेश्वर साहू उर्फ पप्पू को हम अक्सर चिढ़ाया करते थे, और कल भी उसे चिढ़ा रहे थे। जिससे वह गुस्सा होकर आरोपी को मां बहन की गाली देने लगा जिससे उन लोगों को क्रोध आ गया।
उन्होंने प्लान किया कि इसे स्कूल की छत पर ले जाते हैं ऐसा सोचकर उन्होंने उसे स्कूल की छत चलने के लिए तैयार किया। और वहां ले जाने के बाद उससे बहस हुई बहस के दौरान पुनः मृतक ने उन्हें गाली दी। जिससे उनके द्वारा मृतक के गले को हुड वाले जैकेट जिसमें लेस लगा होता है। उसके लेस को निकालकर एक अपचारी बालक द्वारा गले मे कसकर बांध कर खींचा दिया गया। तथा दूसरे अपचारी बालक द्वारा उसके पैर को पकड़ कर रखा गया जिससे उसकी मौत हो गई।