किसानों का हित ना राज्य कर सकी और ना केंद्र, किसान बना मुख्य मुद्दा और राजनीति का केंद्र: जेसीसीजे
रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश प्रवक्ता भगवानू नायक ने कहा कि देश के इतिहास में पहला अवसर है कि जब देश के किसान भाजपा शासित केंद्र सरकार की नीतियों से आंदोलित है जिसके लिए कांग्रेस भी अवसर का लाभ उठाते हुए 15 जनवरी को देश भर में किसान अधिकार दिवस मनाने और राजनीति करने की तैयारी कर रही है।
वहीं काँग्रेस शासित छत्तीसगढ़ राज्य में धान खरीदी में असफलता के कारण भाजपा अपने नए प्रभारी डी पुरंदेश्वरी जी के नेतृत्व में 22 जनवरी को टेक्टर रैली निकालकर किसानों के नाम पर राजनीति करने की तैयारी कर रही है जबकि रमन राज में किसान आत्महत्या मामले में छत्तीसगढ़, देश में अव्वल था वही भाजपा आज किसानों के लिए घड़ियाली आँसू बहा रही है।
कुल मिलाकर ना देश का किसान केंद्र की नई किसान नीति से खुश है और ना छत्तीसगढ़ का किसान भूपेश सरकार के धान खरीदी से खुश है। किसानों का हित भाजपा और कांग्रेस दोनों नहीं कर पा रही है बल्कि किसान को मुख्य मुद्दा और राजनीति का केंद्र बनाकर राजनीति करने से दोनों राष्ट्रीय राजनीतिक दल बाज नहीं आ रहे है।
भगवानू नायक ने कहा भाजपा और कांग्रेस का किसान आंदोलन और किसान अधिकार दिवस दोनों ही दिखावा और छलावा है जिसको देश और छत्तीसगढ़ के किसान भी अच्छी तरह समझ रहे है।भगवानू नायक ने कहा छत्तीसगढ़ के किसान आज राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री स्व अजीत जोगी को याद करे है जिनके राज में देश मे सबसे पहले समर्थन मूल्य में धान खरीदी शुरू हुई थी, जोगी राज में किसी भी किसान ने आत्महत्या नहीं किया था बल्कि छत्तीसगढ़ का किसान खुशहाल था और बहुत ही कम समय में स्व जोगी जी छत्तीसगढ़ को देश और दुनिया मे नई पहचान दिलाई थी।