सीएम बघेल के पास निगम मंडलों की रेवड़ी के लिएऔर दिल्ली जा कर आलाकमान को खुश करने के लिए समय हैं, पर प्रदेश के किसानों की पीड़ा सुनने का समय नहीं हैं: भाजपा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की हैं। उन्होंने अपने आपको किसान हितैषी बताने और किसानों का हित सर्वोपरि बताने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को किसान विरोधी बताया हैं। उन्होंने कहा केंद्र सरकार पर संवादहीनता का आरोप लगाने से पूर्व सीएम बघेल को अपने गिरेबां में झांक लेना चाहिए। प्रदेशभर में गिरदावरी में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और प्रदेश सरकार द्वारा रकबा काम करने के षड्यंत्र के विरोध में प्रदेश के किसान लगातार आंदोलन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, क्या उन किसानों की सुध लेना और संवाद करना मुख्यमंत्री की जिम्मदरी नहीं हैं?
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट का बहाना बना कर आर्थिक तंगी का रोना रोने वाली प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री कोरोना के विरुद्ध लड़ाई की बेहतर व्यवस्था प्रदेश वासियों को दे पाने से लेकर किसानों, मजदूरों महिलाओं, युवाओं सहित हर मोर्चे पर विफल हैं। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केंद्र की मांग कर रहे आंदोलनरत किसानों की बात करें, टोकन के नाम पर परेशान किए जा रहे किसानों की बात करें, एक महीना विलंब से धान खरीदी से परेशान या बेमौसम बरसात और सरकारी फरमान से परेशान किसानों की बात करें या प्रदेशभर के किसान जीने कांग्रेस की सरकार ने गिरदावरी रिपोर्ट के नाम पर रकबा कम कर षड्यंत्रपूर्वक प्रताड़ित किया हैं, या जिन किसानों को खाद बीज के नाम पर छला और ठगा गया हैं उन किसानों से सीएम भूपेश बघेल कब संवाद करेंगे?
कब किसानों की पीड़ा सुनेंगे उन्हें बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दुर्भगय जनक हैं कि हर मामले में कोरोना का बहाना बना कर कभी केंद्र सरकार पर तो कभी भाजपा पर आरोप लगा कर अपनी नाकामी और कमजोरी पर पर्दा डालने वाले मुख्यमंत्री बघेल के पास निगम मंडलों की रेवड़ी के लिए समय हैं, राजनीति करने के लिए समय है, दिल्ली जा कर अपने आलाकमान को खुश करने के लिए समय हैं पर इस प्रदेश के किसानों की खुशहाली के लिए उनसे संवाद कर उनकी पीड़ा सुनने का समय नहीं हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि सीएम बघेल दिल्ली रवाना होते होते किसान हितैषी होने का फिर ढोल पिट गए हैं, उन्हें अपने आला कमान को बताना चाहिए कि कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में राजीव गांधी न्याय योजना के नाम पर छल किया हैं और इसलिए नई फसल की खरीदी एक महीने विलंब से करने वाली कांग्रेस की सरकार ने राजीव गांधी के नाम पर किसानों के अंतिम किश्त का भुगतान अब तक नहीं किया हैं। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि राजीव गांधी न्याय योजना के नाम पर छत्तीसगढ़ के किसानों को किश्तों में ठगने के बाद नई फसल में राजीव गांधी न्याय योजना का भुगतान कब तक किया जाएगा? सीएम को आलाकमान को यह भी बताना चाहिए कि उन्होंने कैसे झूठ बोलकर भ्रम फैला कर केंद्रीय कृषि कानून के विरुद्ध प्रदेश का वातावरण दूषित करने का असफल प्रयास किया। सीएम बघेल को आलाकमान से यह भी पूछ कर आना चाहिए की छत्तीसगढ़ के किसानों को ठगने की योजना में केंद्रीय कृषि कानून बाधक हैं क्योंकि मोदी जी ने किसानों को 72 घंटे में भुगतान का प्रावधान किया हैं तो ऐसे में किसान हितैषी केंद्रीय कृषि कानून और मोदी जी के विरुद्ध कौनसा भ्रम और झूठ फैलाना हैं।
सीएम बघेल आलाकमान को यह भी बताएं कि कैसे वे छत्तीसगढ़ में किसान सम्मान निधि जो केंद्र की मोदी सरकार किसानों के खाते में सीधे राशि भेजती हैं में कांग्रेस की सरकार कभी डाटा के नाम पर तो कभी षड्यंत्र कर बाधा बन जाते हैं और किसानों को लाभान्वित होने से रोकते हैं। सीएम बघेल को यह भी बताना चाहिए कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की विभिन्न योजना जिसका लाभ छतीसगढ़ को मिलना था उसे वे कैसे बाधित करे बैठे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि किसान विरोधी कार्य करने छत्तीसगढ़ के विकास में बाधक बनने जैसी इतनी उपलब्धियों के साथ आज सीएम बघेल आलाकमान के पास गए हैं निश्चित ही उनका नम्बर आलाकमान के पास बढ़ने वाला हैं। उन्होंने सीएम बघेल के राजनीतिक नम्बर बढ़ाने के लिए किए गए किसान विरोधी और प्रदेश के विकास विरोधी कार्यों की निंदा की हैं।